EPFO ब्याज दर घटी, विरोधियों ने कहा-देशहित में झटका, सहिए
पांच राज्यों में चुनाव के बाद कम वेतन वाले करोड़ों कर्मचारियों को आज सरकार ने बड़ा झटका दिया। EPFO पर ब्याज दर घटा दी गई। विरोधियों ने क्या कहा?
यूपी सहित पांच राज्यों में चुनाव के बाद पहला परिणाम आ गया है। देश के करोड़ों कम वेतनभोगी कर्मचारियों को केंद्र सरकार ने पहला झटका दिया है। होली से पहले सरकार ने EPFO ब्याज पर दर कम कर दी है। हालांकि लोग पेट्रोल -डीजल की कीमतों में वृद्धि का अनुमान लग रहे थे। अब देखना है कब सरकार दूसरा ‘होली गिफ्ट’ देती है।
राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा-#EPFO पर ब्याज दर घटी – 2021-22 के लिए ब्याज दर 8.1 फीसदी (10 साल का न्यूनतम स्तर) महंगाई के दौर में वेतनभोगियों के लिए करारा झटका! जवाब में इतिहासकार सैयद इरफान हबीब ने ट्वीट किया-अभी अैार झटके भी आयेंगे देशहित में। सोशल मीडिया पर लोग लगातार क्षोभ प्रकट कर रहे हैं। जयंत चौधरी के जवाब में एक यूजर ने लिखा-जनता बर्बाद होना चाहती है, होने दो बर्बाद इन्हें भाजपा के हाथ।
मालूम हो कि सरकार के इस फैसले से देश के लगभग पांच करोड़ छोटे स्तर के कर्मचारी प्रभावित होंगे। इस फैसले का असर सरकारी और निजी निजी दोनों क्षेत्रों के कर्मचारियों पर पड़ेगा। वहीं विरोधियों का कहना है कि केंद्र सरकार को मालूम है कि जनता को दी जानेवाली राहत कितनी भी कम हो, महंगाई कितनी भी बढ़े, लोग सहने को तैयार हैं।
देश का मीडिया प्रधानमंत्री मोदी की गुजरात रैली और रोड शो का अनवरत शो कर रहा है। लोग उसे देखकर खुश हो रहे हैं। कोई मीडिया कर्मचारियों के इस दुख को नहीं दिखाएगा। अभी तो पेट्रोल-डीजल के दाम भी बढ़ेंगे। उसके लिए भी लोग तैयार हैं। लोगों को मुख्य धारा की मीडिया ने समझा दिया है कि युक्रेन पर रूसी हमले से कीमतें बढ़ेंगी। इसीलिए इरफान हबीब की बात में दम है कि अभी देशहित में और भी झटके लगने वाले हैं।
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