फंस गए भाजपा सांसद गौतम गंभीर, दवा जमाखोरी के दोषी
कहावत है नकल के लिए भी बुद्धि चाहिए। युवा कांग्रेस दिन-रात कोरोना मरीजों की सेवा में लगा है। भाजपा सांसद गौतम गंभीर आगे निकलने की लालसा में बुरे फंसे।
पूर्व क्रिकेटर और भाजपा सांसद गौतम गंभीर अवैध रूप से दवा की जमाखोरी मामले में दोषी पाए गए हैं। ड्रग कंट्रोलर (औषधि नियंत्रक) ने कोरोना की दवा की जमाखोरी का दोषी पाया। मामला हाईकोर्ट में चल रहा है। हाईकोर्ट ने पहली नजर में भी दोषी पाया था। कहा था कि जिस दवा के लिए लोग परेशान हैं, उसे आप अपने पास जमा करके रख नहीं सकते, भले ही आपका मकसद अच्छा हो। कोर्ट ने ड्रग कंट्रोलर को जांच करके बताने का आदेश दिया था।
आज गुरुवार को ड्रग कंट्रोलर ने हाईकोर्ट को बताया कि गौतम गंभीर ने फैबीफ्लू दवा की अनधिकृत तरीके से जमाखोरी की। ड्रग कंट्रोलर ने गंभीर को फेबीफ्लू अवैध रूप से खरीदने और उसे बांटने का दोषा पाया। औषधि नियंत्रक ने कहा कि गौतम गंभीर की संस्था के साथ ही जिस दुकान ने बड़ी मात्रा में फेबीफ्लू दवा दी दोनों दोषी हैं। अब मामले में 29 जुलाई को फिर सुनवाई होगी।
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जैसे ही गौतम गंभीर के दोषी पाए जाने की खबर आई, सोशल मीडिया पर #ArrestGautamGambhir #जामख़ोर_गौतम_गंभीर ट्रेंड करने लगा। कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. शमा मोहम्मद ने ट्विट किया-भाजपा नेता महामारी में भी राजनीतिक लाभ पाने के लिए प्रयास करने से बाज नहीं आते। जब लोग दवा के बिना मर रहे थे, तब जीवन रक्षक दवाओं की जमाखोरी सचमुच शर्मनाक है।
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कई लोग सुखद आश्चर्य कर रहे हैं कि हाल तक देश की सभी संस्थाएं मानो पंगु हो गई दिख रही थीं, लेकिन लगता है अब संस्थाएं जाग रही हैं। कल ही सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्र सरकार से कहा था कि जागिए, देखिए वैक्सीन के लिए लोग कितने परेशान हैं।