फरवरी में जय मोदी, नवंबर में बेरुखी, नीतीश को राजद ने घेरा
नौ महीना पहले फरवरी में नीतीश कुमार ने तीन कृषि कानूनों पर मोदी की खूब तारीफ की थी। अब अचानक कानूनों की वापसी के बाद तटस्थ क्यों? लालू-तेजस्वी ने घेरा।
सिर्फ नौ महीना पहले जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तीन कृषि कानूनों की तारीफ की तो मीडिया में हेडिंग बनी थी। अखबारों ने कहा था कि नीतीश कुमार मोदी के सहारा बने। वे खुलकर प्रधानमंत्री के तीन कृषि कानूनों के पक्ष में बोलनेवाले पहले गैरभाजपा मुख्यमंत्री थे। तब जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह भी कृषि कानूनों के पक्ष में खूब बोले। राज्यसभा में सरकार के पक्ष में तर्क दिए। उन्होंने यहां तक कहा कि बिहार में पहले ही मंडियां खत्म कर दी गई हैं और उनके नालंदा के किसान अपनी फसल कोलकाता में बेचते हैं।
अब कृषि कानून प्रधानमंत्री ने अचानक वापस ले लिया, तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार साक्षी भाव दिखा रहे हैं, जैसे इससे उनका कोई संबंध नहीं था। यह बेरुखी है या अवसरवाद, कह नहीं सकते।
बिहार में विपक्षी दल राजद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया पर जमकर हमला बोला। राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा-“अभी कानून बनाकर सबके लिए MSP सुनिश्चित करना होगा! संसद में कानून को रद्द करना होगा! खाद का दाम, फर्टिलाइजर का आसमान छू रहा है, उसे कम करना होगा! ये जो सोच रहे हैं कि चुनाव में हार निश्चित है, ये करके देख लेते हैं, इससे किसान भ्रमित होने वाले नहीं!”
विश्व के सबसे लंबे,शांतिपूर्ण व लोकतांत्रिक किसान सत्याग्रह के सफल होने पर बधाई। पूँजीपरस्त सरकार व उसके मंत्रियों ने किसानों को आतंकवादी, खालिस्तानी, आढ़तिए, मुट्ठीभर लोग, देशद्रोही इत्यादि कहकर देश की एकता और सौहार्द को खंड-खंड कर बहुसंख्यक श्रमशील आबादी में एक अविश्वास पैदा किया।
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा-26 नवंबर से किसान आंदोलनरत थे। बिहार चुनाव नतीजों के तुरंत पश्चात हम किसानों के समर्थन में सड़कों पर थे। इसी दिन किसान विरोधी नीतीश-भाजपा ने इन कृषि कानूनों का विरोध एवं किसानों का समर्थन करने पर मुझ सहित हमारे अनेक नेताओं/कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज किया। किसानों की जीत हुई।
राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने पिछले साल 5 दिसंबर को तेजस्वी यादव के नेतृत्व में किसान आंदोलन के पक्ष में चले आंदोलन की तस्वीर शेयर करते हुए ट्वीट किया-बिहार की सबसे बड़ी पार्टी @RJDforIndia नेता प्रतिपक्ष श्री @yadavtejashwi के नेतृत्व में शुरू से हीं किसान आन्दोलन के साथ खड़ी रही है। सड़क पर उतरे , लाठियां खायीं , मुकदमा हुआ फिर भी नहीं डिगे।
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