बिहार में चौथे चरण में पांच सीटों पर आज अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न मतदान में करीब 58.92 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट कर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह समेत 66 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में लॉक कर दिया।
राज्य निर्वाचन कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि चौथे चरण में राज्य की दरभंगा, समस्तीपुर (सुरक्षित), उजियारपुर, बेगूसराय और मुंगेर संसदीय सीट पर सुबह सात बजे शुरू हुआ मतदान शाम छह बजे समाप्त हो गया। इस दौरान करीब 58.92 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बेगूयासश् में सर्वाधिक 61.27 प्रतिशत वोट पड़े हैं । वहीं, मुंगेर में मतदान की रफ्तार थोड़ी कम रही। यहां मतदान समाप्त होने तक 55.38 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया है जबकि समस्तीपुर (सुरक्षित) में 60.80 प्रतिशत, उजियारपुर में 60.56 प्रतिशत और दरभंगा में 56.68 प्रतिशत वोट पड़े हैं।
इस बीच समस्तीपुर (सुरक्षित) संसदीय सीट के कल्याणपुर (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र में दो साल से बंद पड़ी मुक्तापुर स्थित निजी क्षेत्र के जूट मिल के शुरू नहीं होने के विरोध में भागरथ पंचायत की बूथ संख्या 210, 211, 212, 215 और 216 पर करीब 5000 मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार कर दिया। वहीं, मुंगेर संसदीय क्षेत्र के सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र स्थित बलीपुर गांव में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के समर्थकों ने एक दारोगा पर मतदान में गड़बड़ी कराने का आरोप लगाते हुए मारपीट की, जिसके बाद करीब ढाई घंटे तक तीन बूथ पर मतदान बाधित रहा।
इनके अलावा सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र के रामपुर गांव स्थित मतदान केन्द्र संख्या 222 पर सरपंच अविनाश कुमार सिंह के एक दल विशेष के पक्ष में मतदान के लिए लोगों पर दबाव बनाने पर पुलिस के विरोध को लेकर उनके साथ आये लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव भी किया, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ दिया।
चौथे चरण के मतदान में 89 लाख नौ हजार 263 मतदाता 8834 मतदान केंद्र पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फायर ब्रांड नेता एवं केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के उम्मीदवार कन्हैया कुमार, बिहार के जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के प्रमुख रामविलास पासवान के छोटे भाई रामचन्द्र पासवान तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक राम समेत कुल 66 उम्मीदवारों के भाग्य का निर्णय ईवीएम में कैद कर दिया है।