गजबे है हिंदुत्व की प्रयोगशाला गुजरात, 157 स्कलों में सभी फेल

बिलकिस बानो के रेपिस्टों को मिठाई, दिन-रात हिंदू-मुसलमान का परिणाम बच्चे भुगत रहे हैं। गुजरात में 10 वीं का रिजल्ट आया। 157 स्कलों में सभी फेल। डबल इंजन?

ये है द गुजरात स्टोरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के राज्य गुजरात ने देश में अजीब रिकॉर्ड बनाया है। 10 वीं का रिजल्ट आया, तो पता चला कि प्रदेश के 157 स्कलों का एक भी छात्र पास नहीं हो सका। सभी फेल हो गए। सोचिए, राज्य में कैसा माहौल है कि इतने स्कूलों के सारे बच्चे फेल हो गए। यह वही राज्य है जहां बिलकिस बानो के साथ गैंग रेप करने वालों को सजा पूरी होने से पहले ही छोड़ दिया गया फिर उनका माला पहना कर स्वागत किया गया मानो उन्होंने देश के लिए कोई मेडल हिसाल किया है।

गुजरात सेकेंडरी एडुकेशन बोर्ड (GSEB) ने गुरुवार को 10 वीं का रिजल्ट 2023 जारी किया। परीक्षा में 64.62 प्रतिशत ही छात्र पास कर सके। सूरत में सबसे ज्यादा 76 प्रतिशत छात्र परीक्षा पास कर सके। इसकी तुलना बिहार से करें तो बिहार में दसवीं 81.94 प्रतिशत छात्र पास हुए।

मयंक सक्सेना ने ट्वीट किया-महा-विकसित राज्य गुजरात के 10वीं रिज़ल्ट के कुछ प्रमुख बिंदु :

-157 स्कूलों में सब फेल हुए हैं।

-96 हजार छात्र गुजराती विषय में फेल हुए हैं।

-1.96 लाख छात्र बेसिक गणित में फेल हुए हैं।

यही गुजरात मॉडल पूरे देश में बेचा गया था। यही आगे चलकर “Entire Political Science” करेंगे?

देश में सत्ताधारी भाजपा और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर राज्य के चुनाव में डबल इंजन की सरकार बनाने का आह्वान करते हैं। गुजरात में डबल इंजन की सरकार है अर्थात केंद्र में भी भाजपा की सरकार और राज्य में भी भाजपा की सरकार। लेकिन इसका फायदा शिक्षा व्यवस्था और नई पीढ़ी को मिलता तो बलिकुल नहीं दिख रहा।

यह जानना जरूरी है कि केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु सहित सभी दक्षिण भारत के राज्यों का रिजल्ट इस साल भी देश में सबसे बेहतर है। इन राज्यों में भाजपा मजबूत नहीं है और न ही डबल इंजन की सरकार है। गुजरात में तो सबकुछ है, पर शिक्षा बेहाल क्यों?

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By Editor