घोड़ासहन का पुल हुआ जर्जर, ध्वस्त हो सकता है कभी भी
घोड़ासहन का पुल हुआ जर्जर, ध्वस्त हो सकता है कभी भी। पुल के पायों के छड़ दिखने लगे हैं। प्लास्टर झड़ने लगे हैं। प्रशासन तुरत दे ध्यान।
नेक मोहम्मद
पूर्वी चंपारण जिला के घोड़ासहन में पुल जर्जर हो चुका है। पुल कभी भी ध्वस्त हो सकता है। सपहा मैथ से जो सड़क जाती है घोड़ासहन को, उसी सड़क पर यह पुल सपहा मठ के पास है। इसका निर्माण 7 से 8 साल पहले हुआ है। जो बीच का पाया है उसे में चारों तरफ से छड़ दिखाई दे रहा है और पाया के हिसाब से भी उसमें ढलाई नहीं हुआ है जो बहुत ही खतरनाक है। पुल घोड़ासहन प्रखंड जाने के लिए अति आवश्यक है। अगर पुल गिरा, तो लोगों का जाना आना मुश्किल हो जाएगा। सपहा मठ के ग्रामीण निवासी बताते हैं कि 7 से 8 वर्ष पहले इसका निर्माण हुआ है लेकिन कौन इंजीनियर इसको पास किया कि अभी ही पुल जर्जर हो गया। कभी भी ध्वस्त हो सकता है।
स्थानीय विधायक से भी लोगों को शिकायत है। कभी भी वे देखने नहीं आते हैं कि लोगों का समस्या क्या है। लोग किसी कठिनाई से घोड़ासहन प्रखंड में जाते हैं आसपास के लोगों को क्या तकलीफ है उनको कभी दिखाई ही नहीं देता है। वहां के लोगों का कहना है कि विधायक तो क्या मुखिया भी नहीं देखने के लिए आते हैं। सिर्फ चुनाव के समय वोट मांगने आते हैं जब जीत कर चले जाते हैं तो आते ही नहीं है।
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