गोपालगंज पहुंचे तेजस्वी, केजरीवाल के साथ मोदी को भी लपेटा
17 साल पुराना भाजपा का गोपालगंज किला जीतना तेजस्वी के लिए प्रतिष्ठा का प्रशन बन गया है। एक ही तीर से केजरीवाल के साथ पीएम मोदी पर भी किया हमला।
गोपालगंज विधानसभा क्षेत्र में 3 नवंबर को उपचुनाव है। इसे जीतना तेजस्वी यादव के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है। यहां 17 साल से भाजपा का कब्जा है। शुक्रवार को वे चुनाव प्रचार के लिए गोपालगंज पहुंचे। रास्ते भर उनके स्वागत के लिए समर्थकों की भीड़ दिखी। तेजस्वी यादव ने एक ही तीर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों पर हमला किया। कहा, दोनों नेता देश के असली मुद्दों से भाग रहे हैं। केजरीवाल रुपए पर गणेश-लक्ष्मी का फोटो लगाना चाहते हैं और प्रधानमंत्री मोदी मंदिर-मंदिर घूम रहे हैं। दिन भर उन्हें टीवी दिखाता है। दोनों नेता धर्म के नाम पर देश के असली सवालों को चर्चा से बाहर करना चाहते हैं।
नेताओं को असल मुद्दों पर बात करनी चाहिए, नोट पर तस्वीरें लगाने से क्या देश और जीवन में सुधार होगा?
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) October 28, 2022
शिक्षा, चिकित्सा, गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, किसान, कृषि और बदहाल देश की अर्थव्यवस्था ये जनता के असल और अहम मुद्दे है। इन पर बात होनी चाहिए।
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राजद ने ट्वीट करके बताया कि गोपालगंज जाने के रास्ते में तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से कहा कि नेताओं को असल मुद्दों पर बात करनी चाहिए, नोट पर तस्वीरें लगाने से क्या देश और जीवन में सुधार होगा? शिक्षा, चिकित्सा, गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, किसान, कृषि और बदहाल देश की अर्थव्यवस्था ये जनता के असल और अहम मुद्दे है। इन पर बात होनी चाहिए।
तेजस्वी यादव कह चुके हैं कि गोपालगंज उनके पिता लालू प्रसाद का क्षेत्र है। महागठबंधन सरकार बनने के बाद वे थावे के विकास के लिए कई योजनाओं की शुरुआत कर चुके हैं। जिले के अस्पतालों को विकसित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। गोपालगंज में पिछली बार उनके मामा साधु यादव ने काफी वोट काटा था। इस बार भी साधु यादव की पत्नी खड़ी हैं। उपचुनाव जीत कर वे साबित करना चाहेंगे कि माय समीकरण में कोई फूट नहीं है और समीकरण के वे सर्वमान्य नेता हैं। चुनाव जीत कर तेजस्वी यादव यह भी दिखाना चाहेंगे कि भाजपा को पिछड़ी-अतिपिछड़ी जाति का समर्थन नहीं है। इस जीत से देशभर में वे संदेश देना चाहेंगे कि 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने में बिहार मॉडल ही कामयाब होगा।
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