गुजरात हादसा : मच्छर मारनेवाली कंपनी को पुल रिपेयर का ठेका
गुजरात में पुल हादसे में मरनेवालों की संख्या 141 हो गई है। रेपियर वर्क का ठेका बल्ब, दीवार घड़ी और मच्छर के रैकेट बनाने वाली कंपनी को दिया गया था।
गुजरात के मोरबी शहर में सस्पेंशन पुल के गिरने से मरने वालों की संख्या 141 हो गई है। पुल सात महीने तक रिपेयर वर्क के लिए बंद था। पांच दिन पहले इसे खोला गया। सबको मालूम है कि गुजरात में विधानसभा के चुनाव हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर दो दिन के बाद गुजरात जा रहे हैं। एक सवाल यह है कि चुनावी लाभ लेने के लिए हड़बड़ी में पुल को खोल दिया गया? इस बीच सोमवार को कांग्रेस ने बड़ा आरोप लगाया। कहा बल्ब, दीवार घड़ी और मच्छर मारने के रैकेट बनाने वाली कंपनी को इस पुल के रिपेयर का ठेका दिया गया।
जानिए गुजरात #Morbi पुल का सच👇
— Gautam Nautiyal (@Gnukpcc) October 31, 2022
100 साल पुराने इस पुल को बनाने के लिए भाजपा की करप्ट सरकार ने एक ऐसी कंपनी को ठेका दिया, जो बल्ब, मच्छर मारने का रैकेट, और दीवार घड़ी बनाती है!
– @Pawankhera JI. pic.twitter.com/7U2fRXlrrn
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने अहमदाबाद में प्रेस वार्ता करके गुजरात की भाजपा सरकार पर बड़ा आरोप लगाया। कहा, 100 साल पुराने इस पुल को बनाने के लिए भाजपा की करप्ट सरकार ने एक ऐसी कंपनी को ठेका दिया, जो बल्ब, मच्छर मारने का रैकेट, और दीवार घड़ी बनाती है!
कांग्रेस ने गुजरात की भाजपा सरकार से कुछ महत्वपूर्ण तीन सवाल भी किए। पवन खेड़ा ने पूछा-
क्या इस पुल का फिटनेस सर्टिफिकेट था?
क्या उसकी ऑडिट रिपोर्ट थी?
क्या उसकी भार क्षमता को जांचा गया था?
जब पत्रकारों ने गुजरात सरकार के गृह मंत्री से पूछा कि क्या फिटनेस सर्टिफिकेट लिया गया था, तो मंत्री मुंह मोड़ कर चलते बने। इससे इस आशंका को बल मिलता है कि बहुत जल्द चुनाव की घोषणा होने वाली है। तो क्या आचार संहिता से पहले पुल को नियमों का पालन किए बिना खोल कर चुनावी लाभ लेने की योजना थी।
कांग्रेस ने दो बड़ी मांग की है। पहला, इतना बड़ा हादसा होने पर राज्य के मुख्यमंत्री इस्तीफा दें तथा दूसरा हादसे की जांच उच्च न्यायालय के किसी न्यायाधीश से कराया जाए, ताकि छोटे कर्मियों पर कार्रवाई करके लीपापोती न की जा सके।
बाबु धाम ट्रस्ट के संस्थापक ने कार्यकर्ताओं को ट्रैक सूट बांटा