हद हो गई, बिहार के CM ही बिहार को जानते नहीं, राजद ने घेरा

नीतीश कुमार देश के पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं, जिन्हें पता ही नहीं कि बिहार के छात्र यूक्रेन और नेपाल भी मेडिकल की पढ़ाई करने जाते हैं। राजद ने ऐसे घेरा।

केंद्र की मोदी सरकार को पता नहीं कि अचनाक लॉकडाउन करने के कारण पैदल चलने को मजबूर कितने मजदूरों की मौत हुई, उसे दिल्ली की सीमाओं पर एक साल तक चले आंदोलन में मरनेवाले किसानों की भी कोई जानकारी नहीं। और अब बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें पता ही नहीं था कि प्रदेश के छात्र मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूक्रेन से लेकर नेपाल तक जाते हैं।

पता नहीं उन्हें यह जानकारी है कि नहीं कि बिहार के छात्र मेडिकल-इंजीनियरिंग तो दूर की बात है, बीए करने के लिए भी दिल्ली-बेंगलुरू और कोलकाता जाते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कल विधानसभा में कहा कि उन्हें देर से मालूम हुआ कि बिहार के छात्र पढ़ाई के लिए यूक्रेन जाते हैं। हम इस पर विचार करेंगे कि उन्हें विदेश न जाना पड़े।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस वक्तव्य पर राजद ने जबरदस्त घेरा और तंज कसा कि 16 साल शासन शासन करने के बाद कह रहे हैं कि अब सोचेंगे। राजद ने ट्वीट किया-16 साल शासन करने के बाद अब सोचने की सोच रहे हैं! बिहार के विद्यार्थी दशकों से USSR/रूस जाकर मेडिकल की पढ़ाई करते आए हैं, पर बिना जानकारी वाले स्वघोषित ज्ञानी मुख्यमंत्री को #UkraineRussianWar शुरू होने के बाद ही यह जानकारी हुई!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भारतीय छात्रों के यूक्रेन जैसे छोटे देशों में मेडिकल की पढ़ाई के लिए जाने पर आश्चर्य जता चुके हैं। उन्होंने कहा था कि इससे बारत का रुपया विदेश जाता है।

बिहार के छात्र अगर मेडिकल की पढ़ाई के लिए बाहर जाते हैं, तो सवाल बिहार की शिक्षा में गुणवत्ता का है। मेडिकल शिक्षा व्यवस्था का है। मेडिकल कॉलेजों में सुविधा नहीं है, प्राध्यापक की कमी है यह सब बातें किसी से छिपी नहीं है। प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की हालत से भी सभी वाकिफ हैं। सवाल है कि क्या मुख्यमंत्री बिहार की जर्जर शिक्षा को लेकर गंभीर थे या हैं?

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