हरियाणा विधानसभा चुनाव प्रचार के अंतिम दिन गुरुवार को भाजपा को बड़ा झटका लगा। उसके एकमात्र दलित नेता पूर्व सांसद अशोक तंवर ने पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस ज्वाइन कर ली। ज्वाइन करने से पहले तक वे भाजपा के लिए दलितों में प्रचार कर रहे थे। लेकिन दलित उनकी बात सुनने को तैयार नहीं थे। आज वे राहुल गांधी और भूपेंद्र सिंह हुडा की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हो गए। तंवर पहले कांग्रेस में थे। वे 2019 लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। उसके बाद से वे प्रदेश में भाजपा के सबसे प्रमुख दलित चेहरा थे।
भाजपा नेता अशोक तंवर के कांग्रेस में शामिल होने से भाजपा में भारी निराशा है। भाजपा जा रही है, यह तो पहले से तय है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह की कोशिश थी कि हार को सम्मानजनक हार तक रोका जाए, लेकिन आज तंवर के कांग्रेस में शामिल होने से उसकी उस उम्मीद को भी झटका लगा है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत सभी प्रमुख नेता चुनाव प्रचार के अंतिम दिन अंतिम समय तक प्रचार करते रहे। वे कांग्रेस के पक्ष में चल रही हवा को आंधी में बदलने के प्रयास में लगे रहे, वहीं अंतिम दिन भाजपा के बड़े नेता चुनाव प्रचार में नहीं दिखे, जबकि उसे एक झटका भी लग गया।
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राहुल गांधी आज सिरसा में सभा को संबोधित कर रहे थे। सभा समाप्त हो गई, तभी कहा गया कुछ मिनट रुक जाइए। फिर अचानक मंच पर अशोक तंवर आए और कांग्रेस में शामिल हो गए।
इससे पहले राहुल गांधी ने मेवात में सभा को संबोधित किया। यहां भाजपा ने नफरत की राजनीति करने की खूब कोशिश की थी, लेकिन मेवात का भाईचारा बना रहा, हरियाणा का भाईचारा बना रहा। राहुल गांधी ने कहा कि मेवात की धरती मोहब्बत की धरती है। मेवात ने पूरे देश में मोहब्बत का पैगाम दिया है।