हिंदुस्तान का फोटो फर्जी, 15 को फांसी बतानेवाले BJP नेता पर FIR
हिंदुस्तान ने जिस हत्या का फोटो लगा कर उसे तमिलनाडु में बिहारी पर हमला बताया, वह 2021 में कर्नाटक में कत्ल का है। 15 को फांसी बतानेवाले BJP प्रवक्ता पर FIR।
हिंदुस्तान अखबार ने पहले पन्ने पर सड़क पर हुई हिंसा का एक फोटो लगा कर उसे तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमला बता दिया, दरअसल वह कर्नाटक में 2021 में हुए कत्ल का है। इस फोटो को पहले भी मुस्लिमों द्वारा हमला बता कर वायरल किया जा चुका है। इस बीच तमिलनाडु पुलिस ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है। कई अखबारों तथा पत्रकारों पर फर्जी वीडियो प्रचारित करने के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। महत्वपूर्ण खबर यह भी है कि एक भाजपा प्रवक्ता ने तमिलनाडु में एक कमरे में 15 लोगों को फांसी दिए जाने की बात ट्विट करके फैलाई, उनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है।
हिंदुस्तान अखबार ने ये फोटो 2 मार्च, 2023 को बिहार में फ्रंट पेज पर प्रिंट किया है. लोगों ने इसे पढ़ा और सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं. इसे देखने वाला कोई भी भला कैसे विश्वास नहीं करेगा! लेकिन ये फोटो अगस्त, 2021 में कर्नाटक में हुए एक कत्ल का है.
— Swati Mishra (@swati_mishr) March 4, 2023
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हिंदुस्तान द्वारा फर्जी फोटो छापने की खबर सोशल मीडिया में छाई है। स्वाति मिश्रा ने ट्वीट करके कहा-हिंदुस्तान अखबार ने ये फोटो 2 मार्च, 2023 को बिहार में फ्रंट पेज पर प्रिंट किया है। लोगों ने इसे पढ़ा और सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। इसे देखने वाला कोई भी भला कैसे विश्वास नहीं करेगा! लेकिन ये फोटो अगस्त, 2021 में कर्नाटक में हुए एक कत्ल का है।
इस घटना का वीडियो पिछले साल सांप्रदायिक ऐंगल से वायरल किया गया. तब कहा गया कि मुस्लिम हिंदू को मार रहे हैं। जबकि घटना सांप्रदायिक नहीं थी. मरने वाले का नाम अनवर था, उस पर कई क्रिमिनल केस थे। आरोपियों का नाम इमरान, तनवीर, अबीर और रेहान था। मामला आपसी रंजिश और पैसों का था।
सोशल मीडिया में हिंदुस्तान की खूब आलोचना हो रही है, पर अखबार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
इधर भाजपा के प्रवक्ता प्रशांत पटेल उमरांव पर भी एफआईआर दर्ज की गई है। पटेल ने ट्विट करके कहा था कि तमिलनाडु में एक कमरे में 15 लोगों को फांसी दी गई, जिनमें 12 की मौत हो गई। ये सभी बिहारी मजदूर थे।
Tamil Nadu police registered an FIR against one BJP spokesperson @ippatel Prashant Umrao for spreading misinformation about north Indian workers being killed in Tamil Nadu.
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) March 4, 2023
Archive link : https://t.co/uRPZ8q5UCP pic.twitter.com/wmRlfT8eAF
इस बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्तालिन ने मीडिया से कहा कि बिहार के मजदूरों पर स्थानीय लोगों द्वारा हमले की खबर फर्जी है। यहां बिहार के सभी मजदूर सुरक्षित हैं। तमिलनाडु के कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने हिंदी में वीडियो और ट्वीट करके फर्जी खबरों से सावधान रहने को कहा है।
तमिलनाडु के कई स्टेशनों पर बिहारी मजदूरों की भारी भीड़ है। एक स्थानीय तमिल चैनल की खबर को जब गूगल के जरिये नौकरशाही डॉट कॉम ने हिंदी में अनुवाद किया, तो खबर यह थी कि तमिलनाडु से लौटनेवाली भीड़ में शामिल लोगों ने कहा कि वे होली के अवसर पर गांव लौट रहे हैं। कहीं ऐसा न हो कि इस खबर को भी बिहारियों के बागने की खबर के रूप में प्रचारित कर दिया जाए। इस खबर को गूगल की सहायता से आप भी हिंदी में अनुवाद करके देख सकते हैं।
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