हिरासत में अल्ताफ की मौत : कांग्रेस नेता घर पहुंचे, सड़क पर राजद
यूपी में पुलिस हिरासत में अल्ताफ की मौत का मामला अब राष्ट्रीय मुद्दा बन गया है। दो फीट के नल से साढ़े पांच फीट के युवा की आत्महत्या की थ्योरी पर उठे सवाल।
यूपी के कासगंज में 9 नवंबर को पुलिस हवालात में 22 साल के युवा अल्ताफ की मौत हो गई। कासगंज के एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने बयान में कहा कि अल्ताफ ने हवालात के टॉयलेट में अपने जैकेट की डोरी से आत्महत्या कर ली। उसे जिस नल से लटक कर आत्महत्या की बात बताई गई, उस पर विपक्षी दल विश्वास करने को तैयार नहीं हैं। परिजनों ने बताया कि अल्ताफ की लंबाई साढ़े पांच फीट थी, जबकि टॉयलेट का नल जमीन से सिर्फ दो फीट ऊपर है। उस नल से भला कोई कैसे लटक सकता है?
आज कांग्रेस की एक उच्च स्तरीय टीम ने कांसगज पहुंच कर पीड़ित परिवार से मुलाकात की। राजद के छात्र-युवा कल दिल्ली में प्रदर्शन करेंगे। जेएनयू छात्र संघ ने कल यूपी सरकार का पुतला दहन करने की घोषणा की है। छात्र राजद ने भी इसमें शामिल होने की घोषणा की है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी ट्वीट करके अपना विरोध जताया है।
इधर, सोशल मीडिया पर कल से ही #WeDemandJusticeForAltaaf ट्रेंड कर रहा है। पत्रकार श्याम मीरा सिंह ने कहा-अल्ताफ़ के पिता ने मुझे बताया है कि कासगंज पुलिस ने उन्हें मुआवज़े के रूप में 5 लाख कैश और 5 लाख योजनाओं के माध्यम से देने का वायदा किया है. और एक सरकारी नौकरी का वायदा भी किया है. आपको बता दूँ कि इसी तरह पुलिस कस्टडी में डेथ पर, मनीष गुप्ता के परिवार को 40 लाख दिए गए थे।
पत्रकार उर्मिलेश ने टॉयलेट का फोटो शेयर करते हुए लिखा-पूरी दुनिया में नल की ऐसी टोंटी कहां मिलेगी? फिलहाल यह यूपी के एक थाने में पाई गई है. फर्श से महज 2 फ़ीट ऊंची टोंटी! इससे लटककर पांच फीट से ज्यादा लंबा एक नौजवान अपनी जान दे देता है! यूपी पुलिस के इस ‘सत्य वचन’ पर जो भरोसा नहीं करेगा, उसे ‘देशद्रोही’ घोषित किया जा सकता है!
खुद लड़की वालों के साथ पुलिस अल्ताफ़ को थाने ले गई. अल्ताफ़ के पिता को थाने से भगा दिया। 22 घंटे बाद उसकी मौत की खबर आई. परिवार वालों के अनुसार उसके सर में ग़ड्डा था, पैर सूजे हुए थे. पुलिस कह रही है 5.5 फ़ीट का अल्ताफ़ 1.5 फ़ीट की टौंटी से लटककर मर गया।
— Shyam Meera Singh (@ShyamMeeraSingh) November 11, 2021
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प्रियंका गांधी ने कहा-कासगंज में अल्ताफ, आगरा में अरुण वाल्मीकि, सुल्तानपुर में राजेश कोरी की पुलिस कस्टडी में मौत जैसी घटनाओं से साफ है कि रक्षक भक्षक बन चुके हैं। उप्र पुलिस हिरासत में मौत के मामले में देश में सबसे ऊपर है। भाजपा राज में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। यहां कोई भी सुरक्षित नहीं है।
छठ के 3 खास संदेश : कारी सोहैब, चमनचक व प्रदीप जैन ने दिए