वैश्विक स्तर पर मोदी से ज्यादा BBC की विश्वसनीयता : N Ram
द हिंदू के पूर्व मुख्य संपादक N Ram ने कहा कि वैश्विक स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ज्यादा विश्वसनीयता BBC की है। बीबीसी को कोई डरा नहीं सकता।
भारत में तीसरे दिन भी बीबीसी के दफ्तरों में इनकम टैक्स का रेड (सर्वे) जारी है। इस बीच द हिंदू के पूर्व मुख्य संपादक एम राम ने बड़ी बात कही। कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बीबीसी की विश्वसनीयता अधिक है। बीबीसी कोई मुनाफ कमाने वाला मीडिया समूह नहीं है। वह जनता के पैसे से चलता है। बीबीसी ने अपने प्रधानमंत्री तक की आलोचना से परहेज नहीं किया है।
द वायर में वरिष्ठ पत्रकार करण थापर ने उनका इंटरव्यू लिया है, जो यूट्यूब तथा वेबसाइट दोनों पर उपलब्ध है। थापर ने एन राम से पूछा कि क्या बीबीसी को डराया या धमकाया जा रहा है। एन राम ने कहा कि बीबीसी को कोई डरा नहीं सकता। यह भी कहा कि बीबीसी पर छापे को कदापि स्वीकार नहीं किया जा सकता। यह प्रेस सेंसरशिप है। बीबीसी पर छापा मूर्खों की कॉमेडी से अधिक कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि बीबीसी ने गुजरात दंगे तथा बात में अल्पसंख्यकों पर दो डॉक्यूमेंटरी जारी की, उसके बाद एक हद तक यह बदले की कार्रवाई भी है।
द वायर को दिए लंबे इंटरव्यू में एन राम ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक की कड़े शब्दों में आलोचना की और कहा कि बीबीसी मामले पर सुनक की चुप्पी चकित करने वाली है। सुनक की चुप्पी को दयनीय प्रतिक्रिया (a pathetic response) कहा। मुझे उम्मीद थी कि एक स्वाभिमानी सरकार अपनी चिंता सार्वजनिक रूप से जाहिर करेगी।
एन राम ने बीबीसी दफ्तरों पर छापे के बाद विभाग के बयान को बचकाना कहा। थापर ने पूछा कि क्या बीबीसी पर छापे और गुजरात दंगे पर बनी उसकी डॉक्यूमेंटरी में कोई संबंध है, तो जवाब में एन राम ने कहा कि बिल्कुल है। पूछ लीजिए, 99 प्रतिशत लोगों की यही राय होगी। उन्होंने कहा कि बीबीसी पर छापे के कारण दुनिया भर में भारत की छवि को बड़ा आघात लगा है।
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