जब वर्दीधारी ही डकैत बने तो IPS Upendra Sharma से मिलिये
ऐसी वर्दीधारी भी हैं जो वर्दी में छुपे डकैत की भूमिका में आ जाते हैं. लेकिन उनको रास्ते पर लाने के लिए IPS Upendra Sharma जैसे अफस पुलिस महकमे की लाज रख लेते हैं.
IPS Upendra Sharma पटना के SSP हैं. वह मीडिया की चमक से दूर अपना कर्तव्य निभाने में यकीन रखते हैं. लेकिन पिछले कुछ दिनों से उनके अच्छे कारनामे मीडिया में सुर्खी का कारण बन रहे हैं.
IPS Upendra Sharma ने पिछले कुछ दिनों में ऐसे अनेक वर्दीधारियों को ही हवालात में डाल दिया है.
बीते रोज पटना के रामकृष्णानगर इलाके में एक होटल में ग्राहकों ने तोड़फोड़ की. उसके बाद होटल संचालक ने पुलिस को फोन किया. लेकिन जब पुलिसकर्मी होटल पहुंचे तो उन्होंने संचालक से उसकी सुरक्षा के एवज 14 हजार रुपये तय किये. होटल संचालक ने जब पुलिसकर्मियों का यह रूप देखा तो उसने एसएसपी उपेंद्र शर्मा SSP Upendra Sharma को इसकी जानकारी दी. एसएसपी को बताया गया कि क्विक मोबाइल दस्ता के जवानों ने उनसे चार हजार रुपये लिए.
जब इसकी शिकायत एसएपी को मिली तो उन्होंने तत्काल एक्शन लिया. और क्विक मोबाइल की तीन कर्मियों को गिरफ्तार कर उसी थाने के लॉकअप में डाल दिया गया जिस थाने में वे पोस्टेड हैं.
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उपेंद्र शर्मा अपने मातहत काम करने वाले कर्मियों के अपराध को गंभीरता से लेते हैं. इससे पहले पटना में एक ऐसी घटना सामने आयी थी जब एक थानेदार को उनके अंगरक्षक के साथ गिरफ्तार किया गया था. दोनों पर बालू माफिया से 60 हज़ार घूस लेने का आरोप था.
IPS Upendra Sharma 2008 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. उपेंद्र शर्मा ठीक एक साल पहले पीएनबी बैंक लूट कांड के उद्भेजन को सफलता से अंजाम देने पर सुर्खियां बटोर चुके हैं.
अपने उमदा काम के लिए शर्मा को सम्मान भी मिल चुका है.
उपेंद्र शर्मा जमुई के एसपी रह चुके हैं. वहां उन्होंने माओवादियों के अनेक ठिकाने को सफलतापूर्वक समाप्त किया.
झारखंड के धनबाद में जन्मे उपेंद्र शर्मा ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद एनटीपीसी ज्वाइन किया. लेकिन बाद में वह पुलिस सेवा में आ गये.