जानिए सीतामढ़ी के घूसखोर CO चंद्रजीत प्रकाश का इतिहास

जानिए सीतामढ़ी के घूसखोर CO चंद्रजीत प्रकाश का इतिहास। पढ़िए जमीन से जुड़े मामले में रिश्वत लेने पर गिरफ्तार हुए सीओ Chandrajit Prakash की पूरी कहानी।

सीतामढ़ी के डुमरा अंचल के CO चंद्रजीत प्रकाश को निगरानी की टीम ने मंगलवार को घुस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। वह रामपुर पंचायत के गौरीशंकर सिंह से 25 हजार रुपए घूस ले रहे थे। मामला जमीन से अतिक्रमण हटाने का था। इस संबंध में पूर्व के दो-दो-डीएम आदेश दे चुके थे, लेकिन सीओ डीएम के आदेश पर कुंडली मार कर बैठे थे। उन्होंने जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए 50 हजार रुपए की मांग की थी।

Chandrajit Prakash लंबे समय से डुमरा में ही जमे हैं। वे सीओ बनने से पहले इसी अंचल में राजस्व अधिकारी थे और जाति, आवास व अन्य प्रमाणपत्र बनाते थे। जमीन के दाखिल-खारिज में भी उनकी भूमिका थी। आज से ठीक दो साल पहले 19 जून को राज्य सरकार ने उन्हें प्रोमोशन देते हुए राजस्व अधिकारी से अंचलाधिकारी बनाया था। उस दिन राज्य सरकार ने प्रदेश के 22 अंचलों में नए सीओ की नियुक्ति की थी।

चंद्रजीत प्रकाश बिहार प्रशासनिक सेवा में आने से पहले शिक्षक थे। मधेपुरा जिला के जनता हाई स्कूल, चौसा में सहायक शिक्षक थे। वे चौसा के ही निवासी भी हैं। इन्होंने तिलका मांझी भागलपुर विवि से पढ़ाई की है। फेसबुक पर खूब सक्रिय रहते हैं। इनके फ्रेंड लिस्ट में भागलपुर से कांग्रेस विधायक और विधायक दल के पूर्व नेता अजीत शर्मा भी है। साफ है चंद्रजीत प्रकाश राजनीति में भी पहुंच रखते थे।

चंद्रजीत प्रकाश पिछले महीने कुशवाहा संघ के कार्यक्रम में मंच पर थे। वहां इन्होंने भाषण भी दिया था। भाषण देते हुए खुद का फोटो भी इन्होंने अपने फेसबुक पर पोस्ट किया है। फेसबुक पर जिलाधिकारी के साथ अपना फोटो भी पोस्ट किया है।

घूस लेते गिरफ्तार होने से पहले भी उन पर आरोप लगे हैं। पिछले महीने उन्होंने एक महिला अमीन के साथ गाली गलौज की थी, जिसका ऑडियो वायरल हुआ था। महिला अमीन ने इसकी शिकायत डीएम तथा महिला आयोग से की थी। लेकिन इस मामले में किसी कार्रवाई की जानकारी नहीं है।

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