जातीय जनगणना नहीं, तो देशभर में जनगणना बहिष्कार : लालू
मोदी सरकार के खिलाफ आज लालू प्रसाद ने ललकारते हुए कहा कि अगर केंद्र जातीय जनगणना नहीं कराता है, तो देशभर में जनगणना का बहिष्कार हो।
कुमार अनिल
केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ आज राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने बड़े संघर्ष का बिगुल फूंक दिया। उन्होंने देश की जनता का आह्वान किया कि अगर मोदी सरकार जातीय जमगणना नहीं कराती है, तो देशभर के लोग जनगणना का बहिष्कार करें। उन्होंने कड़े शब्दों का प्रयोग करते हुए कहा कि बिना जातीय जनगणना के जनगणना हुई, तो उसका हम अंचार डालेंगे क्या?
सवाल सिर्फ पिछड़ों की संख्या का नहीं है, सवाल देश की प्रगति और खुशहाली का है। बिना जातीय जनगणना किए देश की जरूरतों का, किसे मदद चाहिए, कितनी मदद चाहिए इसका पता लगना असंभव है।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने ट्वीट किया-अगर 2021 जनगणना में जातियों की गणना नहीं होगी तो बिहार के अलावा देश के सभी पिछड़े-अतिपिछड़ों के साथ दलित और अल्पसंख्यक भी गणना का बहिष्कार कर सकते है। जनगणना के जिन आँकड़ों से देश की बहुसंख्यक आबादी का भला नहीं होता हो तो फिर जानवरों की गणना वाले आँकड़ों का क्या हम अचार डालेंगे?
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जातीय जनगणना का सवाल अब राष्ट्रीय सवाल बन गया है। यूपी में अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी भी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठा रही है। अब पता चल रहा है कि पिछले दिनों जब लालू प्रसाद मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव से मिले थे, तो क्या बात हुई थी। लगता है उसी बातचीत में जातीय जनगणना पर केंद्र की मोदी सरकार और यूपी की योगी सरकार को घेरने की रणनीति बन गई थी। यूपी चुनाव देश के लिए अहम है और भाजपा चुनाव से पहले सांप्रदायिक राजनीति गरमाने की कोशिश करेगी। ऐसे में जातीय जनगणना की मांग भाजपा की योजना को विफल कर सकती है। वह हिंदुत्व के एजेंडे पर पिछड़ों को गोलबंद नहीं कर पाएगी।
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