तेलंगाना के लिंगमपेल्ली में फंसे मजदूरों को ले र स्पेशल ट्रेन शुक्रवार को सुबह रांची के लिए रवाना हो गयी.यह ट्रेन आज रात को झारखंड पहुंचेगी. इस ट्रेन में कुल 1200 मजदूर हैं.
बता दें कि कई राज्य सरकारों की ओर से केंद्र से अपील की गई है कि मजदूरों को वापस लाने के लिए स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की जाए.
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आज तक की खबर के अनुसार तेलंगाना से झारखंड के लिए चली इस ट्रेन में मजदूरों को लाया जा रहा है. शुक्रवार सुबह 5 बजे तेलंगाना के लिंगमपेल्ली से ये ट्रेन चली, जो आज रात को 11 बजे झारखंड के हतिया पहुंचेगी. इस ट्रेन में कुल 24 कोच हैं, ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि बड़ी संख्या में मजदूर वापस पहुंचेंगे. इस ट्रेन में कुल 1200 मजदूरों को वापस लाया जा रहा है. हर कोच में सिर्फ 56 मजदूरों को बैठने की इजाजत दी गई है.
दो दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने निर्देश दिया था कि विभिन्न प्रदेशों में फंसे लोग अपने पैृतक राज्यों में जा सकते हैं.
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इधर बिहार सरकार ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि उनके लाखों लोगों को बसों से नहीं लाया जा सकता. इसलिए स्पेशल ट्रेन चलाने की इजाजत दी जाये.
हालांकि इस मामले में बिहार सरकार झारखंड से पिछड़ गयी है. झारखंड ने बाजी मारते हुए अपने 1200 लोगों को झारखंड लाने का इंतजाम कर लिया है. खबरों में बताया जा रहा है कि ये ट्रेन रात 11 बजे तक, एक मई को रांची के हटिया स्टेशन पर पहुंच जायेगी.
बता दें कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मजदूरों की वापसी के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग को लेकर रेलमंत्री पीयूष गोयल से बात की थी. सीएम ने रेलमंत्री से कहा है कि राज्यों को विशेष ट्रेनों की जरूरत होगी ताकि दूसरे राज्यों में फंसे छात्रों, प्रवासी मजदूरों को वापस लाया जा सके.
राज्य सरकार के अनुसार झारखंड के तकरीबन 9 लाख लोग दूसरे राज्यों में फंसे हैं, जिसमे से 6.43 लाख प्रवासी मजदूर हैं और बाकी लोग नौकरी व अन्य काम के वजह से हैं.