जिसे भाजपा ने तृणमूल के हमले में मृत बताया, वह जिंदा निकला
क्या आईटी सेल ने महामारी में सरकार की विफलता से ध्यान बंटाने के लिए बंगाल में हिंसा का हौव्वा खड़ा किया। भाजपा ने जिसे मृत बताया, वह जिंदा निकला।
एक दिन पहले वीरभूम के एसपी ने जांच के बाद गैंगरेप के प्रचार को फर्जी बताया और कहा है कि झूठी खबर फैलानेवालों पर कार्रवाई होगी। इस झूठी खबर को भाजपा के कई बड़े नेताओं से इंडिया टुडे के संपादक तक ने शेयर किया था।
अब आज एक और मामला फर्जी साबित हुआ। भाजपा ने अपने जिस कार्यकर्ता को तृणमूल के हमले में मृत बताया, उसने ट्विट करके जानकारी दी कि वह मरा नहीं है, जिंदा है।
दरअसल भाजपा ने अभ्रो बनर्जी का चित्र पोस्ट करके उन्हें मानिक मोइत्रा बताया और कहा कि मानिक उनके कार्यकर्ता है, जिनकी तृणमूल समर्थकों ने हत्या कर दी। भाजपा ने एक वीडियो पोस्ट करके कहा कि चुनाव के बाद सीतलकुची विधानसभा क्षेत्र में मानिक की हत्या कर दी गई।
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इंडिया टुडे के पत्रकार अभ्रो बनर्जी ने जब कल रात अपना फोटो देखा और यह भी देखा कि उन्हें मृत बताया जा रहा है, तो उन्होंने खुद ट्विट करके बताया कि वे अच्छी तरह सांस ले रहे हैं और जिंदा है। उन्होंने लिखा कि वे सीचलकुची से 1300 किमी दूर जिंदा हैं। उन्होंने लोगों को भी ऐसे फेक न्यूज से बचने की सलाह दी।
अभ्रो के ट्विट के बाद सोशल मीडिया में लोग भाजपा को लानत भेज रहे हैं। लोग यह भी कह रहे हैं कि भाजपा ममता बनर्जी को बदनाम करने के साथ देशभर में महामारी में प्रधानमंत्री की विफलता, दुनियाभर के अखबारों में हो रही चर्चा से ध्यान हटाने के लिए जान-बूझकर ऐसे फर्जी वीडियो और खबर फैला रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि पूरा देश कोविड से लड़ रहा है और भाजपा झूठ फैलाने में लगी है। द क्विंट की पत्रकार असीमा नंदी ने कहा कि भाजपा बंगाल में हार से पूरी तरह दिशाहीन हो गई है। उसने मेरे मित्र को मृत बता दिया। तृणमूल सांसद डेरेक ओ-ब्रेन ने कहा कि भाजपा कितना नीचे गिरेगी!