दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र की मोदी सरकार पर जबरदस्त हमला किया है। सीएए लागू किए जाने पर मोदी सरकार से पूछा कि जब केंद्र सरकार देश के युवाओं को नौकरी नहीं दे रही, तो पाकिस्तानियों को नौकरी क्यों दे रहे? उन्होंने देश की सुरक्षा का सवाल भी उठाया कि पाकिस्तान से लाकर यहां बसाया जाएगा। क्या इससे देश की सुरक्षा को खतरा नहीं होगा।
केजरीवाल ने कहा CAA क़ानून लागू होने से भारी संख्या में पाकिस्तान और बांग्लादेश से लोग आकर हमारे देश में बसेंगे। उन्हें कहाँ बसाया जाएगा? क्या आप चाहेंगे कि आपके घर के सामने पाकिस्तान से आए लोग झुग्गी डालकर रहें? क्या आप सुरक्षित महसूस करेंगे? क़ानून व्यवस्था चरमरा जाएगी। और ये लोग कौन होंगे? देश की सुरक्षा का क्या होगा?
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने यह भी कहा कि यह सीएए क्या है। केंद्र की भाजपा सरकार का कहना है कि अगर पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक भारतीय नागरिकता लेना चाहें, तो उन्हें नागरिकता दी जाएगी। उन्हें नौकरी, रोजगार तथा रहने के लिए घर-जमीन दी जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा हमारे बच्चों को नौकरी नहीं दे रही और पाकिस्तान से बुला कर नौकरी देगी?
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उधर गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि सीएए लागू करने से भारत में रह रहे मुसलमानों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। उन्हें कोई कागज नहीं दिखाना होगा। यह कानून सिर्फ पाकिस्तान, बांग्लादेश तथा अफगानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 तक जो लोग भारत आए हैं, उन्हें नागरिकता देने के लिए है। इस बीच असम तथा केरल में सीएए के खिलाफ विपक्षी दलों और जन संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया है। शेष राज्यों से विरोध प्रदर्शन की कोई खबर नहीं है। कल केरल में वाम मोर्चा ने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन किया था। असम में ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन तथा 16 विपक्षी दलों ने विरोध किया है।