जस्टिस फॉर ईशान : जय शाह के खिलाफ बिहार ने खोल दिया मोर्चा
बिहार के क्रिक्रेटप्रेमी कल सेे जस्टिस फॉर ईशान कैंपेन शुरू कर रहे हैं। बीसीसीआई के सचिव जय शाह पर बिहार के साथ सौतेला व्यवहार का आरोप।
बिहार के क्रिकेटप्रेमियों ने क्रिकेट जगत के सबसे ताकतवर व्यक्ति जय शाह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बिहारी प्रतिभा को सपोर्ट करने वाले समूह के नेता कृष्णा पटेल ने जस्टिस फॉर ईशान कैंपेन शुरू करने की घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा कि ईशान के अच्छे प्रदर्शन के बावजूद भारतीय टीम में स्थान नहीं देना बिहार के साथ सौतेलापन है। ईशान की तुलना में बेहद कमजोर प्रदर्शन करनेवाले खिलाड़ियों को भारतीय टीम में जगह दी गई है, पर ईशान को बाहर कर दिया गया है। एक सवाल यह भी है कि क्या ईशान राजनीति के शिकार बनाए गए। यह सवाल इसलिए कि बिहार की सत्ता से भाजपा बाहर हो गई है और भाजपा नीतीश सरकार के खिलाफ माहौल बनाने में जुटी है।
बिहारी खिलाड़ियों को सपोर्ट करने में हमेशा आगे रहनेवाले पूर्व क्रिकेटर तथा कोच कृष्णा पटेल ने नौकरशाही डॉट कॉम को बताया कि पंत को टीम में लिया गया है। पंत ने 59 मैच में सिर्फ तीन अर्धशतक लगाए हैं और उनका औसत 28 रन है। जबकि ईशान ने सिर्फ 19 टी-20 मैच में चार अर्धशतक जमाए हैं। ईशान का औसत भी पंत से बेहतर 30.17 है। आंकड़ों और तथ्य के आधार पर साफ है कि बिहारी प्रतिभा के साथ अन्याय किया गया है।
कृष्णा पटेल ने कहा कि दुःख के साथ आप सभी सम्मानित पत्रकार बंधुओं को आमंत्रित कर रहा हूं कि अगले महीने आगामी 16 अक्टूबर 2022 से ऑस्ट्रेलिया में आयोजित होने वाली आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप के लिए 15 सदस्यीय भारतीय टीम की घोषणा कर दी गई है। जिसमें बिहार के लाल ईशान किशन को बेहतर प्रदर्शन (खेले गए 19 टी-20 मैच में 30.17 की औसत से 4 अर्धशतक जमाया) के बावजूद कहीं स्थान नहीं दिया गया है।
बीसीसीआई के इस सौतेलापन रवैया के खिलाफ कल दिनांक 15 सितंबर 2022 को राजधानी पटना के शहीद वीर कुंवर सिंह आज़ादी पार्क ( हार्डिंग पार्क) में स्थित सरदार पटेल क्रिकेट एकेडमी के खिलाड़ियों सहित बिहार के पूर्व क्रिकेटर व क्रिकेट प्रेमियों द्वारा संध्या 4:30 बजे से “जस्टिस फॉर ईशान” कार्यक्रम के माध्यम से बीसीसीआई के चयन समिति पर सवालिया निशान उठाएंगे।
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