PM मोदी से 20 दलों की मांग, देशभर में कराओ Caste Census
तमिलनाडु के CM स्तालिन की पहल पर जुटे 20 दलों ने PM से देश में Caste Census कराने की मांग की। RJD ने दिया आक्रामक प्रस्ताव-जाति की गिनती नहीं, तो….
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्तालिन की पहल पर सामाजिक न्याय और आगे का संघर्ष विषय पर आयोजित मीटिंग में 20 दलों के नेचा जुटे। ऑनलाइन मीटिंग में एक सुर में सारे दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जाति गणना कराने की मांग की। इन दलों ने कहा कि हर दशक में होनेवाले सेंसस में जाति गणना को भी शामिल किया जाए। कई नेताओं ने कहा कि अगर भाजपा को पिछड़ों-दलितों के सम्मान की थोड़ी भी चिंता है, तो वह जाति गणना कराए। राजद ने सबसे आक्रामक प्रस्ताव दिया। प्रस्ताव नारे के रूप में आया कि अगर जाति गणना नहीं, तो जनगणना नहीं।
अब तक अडानी मुद्दे को गेम चेंजर माना जा रहा था। सोमवार शाम हुई बैठक में जाति गणना की मांग को दूसरा गेम चेंजर माना जा रहा है। मीटिंग को संबोधित करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भाजपा पर जम कर हमला बोला और उसे पिछड़ा-दलित विरोधी करारा दिया। कोलकाता से प्रकाशित द टेलिग्राफ ने लिखा है कि राजद प्रवक्ता मनोज झा ने सबसे आक्रामक प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा कि संपूर्ण विपक्ष को जाति गणना नहीं, तो जनगणना नहीं नारा देना चाहिए।
सामाजिक न्याय के मुद्दे पर हुई मीटिंग में Cong, TMC, AAP, SP, RJD, CPM, BRS, JMM, NC, VCK, IUML सहित 20 दलों के मेता शामिल हुए। टीएमसी के सांसद डेरेक ओब्रायन ने दो दलों BJD और YSRCP का नाम लेकर कहा कि ये दल भाजपा से नहीं लड़ना चाहते, जबकि यह समय दर्शक दीर्घा में बैठने का नहीं है।
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि भाजपा जाति गणना का आदेश नहीं देना चाहती, क्योंकि आरएसएस जाति व्यवस्था को बनाए रखना चाहता है। अनेक दलों ने केंद्र की मोदी सरकार से प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण व्यवस्था लागू करने की मांग की। मीटिंग से भाजपा की परेशानी बढ़ गई है। अगर देश में जाति गणना की मांग ने जोर पकड़ा तो 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा की उम्मीदों पर पानी फिर सकता है।
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