कर्नाटक परिणाम से पहले PM को बचाने व घेरने के बीच छिड़ी जंग
कर्नाटक परिणाम आने में अब कुछ घंटे ही बचे हैं, लेकिन इसी बीच देश में एक नई जंग छिड़ गई है। भाजपा की हार हुई तो कौन जिम्मेदार? कांग्रेस जीती तो किसे श्रेय?
आज की रात नेताओं को नींद नहीं आएगी। शनिवार सुबह से कर्नाटक के चुनाव परिणाम आने लगेंगे, लेकिन गोदी मीडिया को चैन कहां! जो गोदी मीडिया भर चुनाव प्रधानमंत्री मोदी के गुणगान करने से थक नहीं रहा था, अचानक वह 360 डिग्री पलट गया है। एक्जिट पोल के साथ ही उसने प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर को गायब कर दिया है और उनकी जगह भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा की तस्वीर लगा दी है। गोदी मीडिया ने राहुल गांधी की तस्वीर भी गायब कर दी है और उनकी जगह कभी खड़गे कभी सिद्दारमैया की तचस्वीर लगा रहा है। याद रहे यही मीडिया गुजरात चुनाव के एक्जिट पोल के बाद प्रधानमंत्री मोदी और राहुल गांधी की तस्वीर लगा कर खबरें दे रहा था।
गोदी मीडिया की पूरी कसरत इस बात को लेकर है कि भाजपा हारी तो इसकी जिम्मेदारी नड्डा पर दी जाए और यह कहा जाए कि कर्नाटक की हार से प्रधानमंत्री की लोकप्रियता का कोई संबंध नहीं है। वे पहले की तरह लोकप्रिय हैं। इस कोशिश के खिलाफ सोशल मीडिया पर कई लोगों ने मोर्चा खोल दिया है। चुनाव की विशेष जानकारी रखने वाले योगेंद्र यादव ने स्पष्ट रूप से कहा है कि कर्नाटक में अगर भाजपा की हार होती है, तो यह प्रधानमंत्री मोदी की हार मानी जानी चाहिए, क्योंकि प्रधानमंत्री ने ही भाजपा के चुनाव प्रचार का नेतृत्व किया। यहां तक कि बजरंगबली तक के नारे लगाए। योगेंद्र यादव ने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस जीतती है, तो इसका एक श्रेय राहुल गांधी को मिलना चाहिए. उनकी भारत जोड़ो यात्रा को मिलनी चाहिए। याद रहे भारत जोड़ो यात्रा सबसे ज्यादा दिन तक कर्नाटक से गुजरी तथा यहीं राहुल गांधी ने भाजपा सरकार को 40 परसेंट भ्रष्टाचार वाली सरकार कहा था, जो बाद में कांग्रेस का प्रमुख प्रचार बन गया।
इस नई जंग में एक तरफ वे लोग हैं, जो कह रहे हैं कि भाजपा की हार से 2024 के लोकसभा चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा, वहीं दूसरी तरफ वे लोग हैं, जो कह रहे हैं कि भाजपा हारी, तो देशभर में विपक्ष में नया जोश आएगा। जनता में यह संदेश जाएगा कि प्रधानमंत्री मोदी को हराया जा सकता है और कि उनका करिश्मा अब बेरंग हो रहा है।
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