लोकसभा चुनाव में भाजपा की परेशानी बढ़ने वाली है। प्रधानमंत्री हर तीसरे दिन एक नैरेटिव गढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इसमें वे अब तक कामयाब नहीं हो सके हैं। अब सुप्रीम कोर्ट ने संकेत दिया है कि Arvind Kejriwal की जमानत पर विचार कर सकता है। कोर्ट में अगली सुनवाई सात अप्रैल को होगी। अगर जमानत मिल जाती है, तो उसके बाद भी चार चरण चुनाव होंगे।
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजीव खन्ना तथा जस्टिस दीपंकर दत्ता की बेंच ने Arvind Kejriwal की गिरफ्तारी को चुनौती देनेवाली याचिका पर सुनवाई कर रहे थे। उन्होंने इसी दरम्यान कहा कि लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए हम Arvind Kejriwal की अंतरिम जमानत पर विचार कर सकते हैं। मामले की अगली सुनवाई सात अप्रैल को होगी, जिस दिन संभावना जताई जा रही है कि केजरीवाल को जमानत मिल जाए।
इधर केजरीवाल की गिरफ्तारी को आम आदमी पार्टी ने राजनीतिक मुद्दा बना दिया है। पार्टी ने जेल का जवाब वोट से अभियान चला रखा है। केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने दिल्ली में इंडिया गठबंधन के नेताओं के लिए प्रचार किया। एक दिन पहले उन्होंने गुजरात में भी पार्टी प्रत्याशी के लिए प्रचार किया है। इस सबका नतीजा यह है कि केजरीवाल की गिरफ्तारी से पार्टी को चुनाव में नुकसान होने के बजाय लाभ ही हुआ है।
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कोर्ट ने गिरफ्तारी को चुनौती देनेवाली याचिका पर सुनवाई लंबी चल सकती है, इसलिए चुनाव को देखते हुए हम अंतरिम जमानत पर विचार कर सकते हैं। इस पर प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कहा कि वे केजरीवाल की अंतरिम जमानत का विरोध करेंगे। इस पर बेंच ने कहा कि हम कह रहे हैं कि हम अंतरिम जमानत पर सुनवाई करेंगे और यह नहीं कह रहे हैं कि हम अंतरिम जमानत देंगे। हम अंतरिम जमानत दे भी सकते हैं और नहीं भी। वैसे कोर्ट के इस रूख को जमानत की दृष्टि से सकारात्मक माना जा रहा है। राजनीतिक हलके में माना जा रहा है कि जेल में बंद करने से भाजपा को कोई फायदा नहीं हुआ और अब अगर केजरीवाल बाहर आते हैं, तो भाजपा के लिए नई मुसीबत खड़ी होगी।