दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब पूरी तरह हिंदुत्व के रंग में रंग चुके हैं। आज दिल्ली में हिंदू साधु संतों की सभा आयोजित की और भजन, शंख ध्वनि के बीच सनातन सेवा समिति बनाने का एलान किया। इससे पहले केजरीवाल पुजारी-ग्रंथी योजना का एलान कर चुके हैं।
दिल्ली में आप कार्यालय में हुए कार्यक्रम में आप के सभी प्रमुख नेताओं के साथ जगतगुरु रामानुजाचार्य, स्वामी योगेश्वर महाराज, कथावाचक आचार्य मधुरदास जी महाराज समेत अनेक संत और पुजारी मौजूद थे।
आप संयोजक अरविंद केजरीवाल अब आरएसएस के एजेंडे पर खुल कर काम कर रहे हैं। भाजपा ने पहले मंदिर प्रकोष्ठ बनाया था, कुछ लोग केजरीवाल के नए दांव को उसी का जवाब मान रहे हैं।
कभी भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाने वाले केजरीवाल अब भ्रष्टाचार शब्द भी नहीं बोल रहे। पार्टी के मंचों से पहले गांधी को गायब किया। अब भगत सिंह और आंबोडकर की विचारधारा से भी दूर होते नजर आए। भगत सिंह और आंबोडकर दोनों ने देश के सबसे कमजोर वर्गों के उत्थान की बात की थी।
केजरीवाल की नई राजनीति में हिंदुत्व सबसे पहले नंबर पर आ गया है। दरअसल उन्हें मालूम हो गया है कि मुस्लिम समाज और दलित उनसे दूर जा चुके हैं। कई विश्लेषकों का मानना है कि केजरीवाल हिंदुत्व की राजनीति करके उस खिसके वोट की भरपाई करना चाहते हैं।
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नीतीश की आबरू किसने खाक में मिला दी?
दिल्ली देश की राजधानी है और वहां राजनीति का स्वरुप तथा स्तर संविधान से प्रेम करने वाले लोकतांत्रिक समूह को चिंता में डालने वाला है।
उधर कांग्रेस ने प्यारी दीदी योजना के बाद आज 25 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा करने का वादा किया। इसकी घोषणा राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की।