केंद्र ने 33.3 लाख बच्चों की बंद की छात्रवृत्ति, क्या करेंगे नीतीश

गृह मंत्री अमित शाह बिहार आए। मुख्यमंत्री से नहीं मिले, राज्यपाल से मिले। केंद्र ने 33.3 लाख बच्चों की छात्रवृत्ति बंद की। 2024 से पहले घमासान की संभावना?

बिहार में केंद्र बनाम राज्य का मुद्दा बनता प्रतीत हो रहा है। गृह मंत्री अमित शाह बिहार आए, लेकिन वे मुख्यमंत्री से नहीं मिले। उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात की। नवादा में उन्होंने अजीब शब्दों का इस्तेमाल किया। कहा दंगा करने वाले को उल्टा लटका कर सीधा कर देंगे। इधर केंद्र सरकार ने बिहार के कक्षा एक से आठ तक के 33.3 लाख बच्चों की छात्रवृत्ति बंद कर दी।

शनिवार को जदयू ने एक पोस्टर जारी करके कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार के कक्षा एक से आठ तक के 33.3 लाख बच्चों की छात्रवृत्ति बंद कर दी है। ये बच्चे ज्यादातर पिछड़े-अतिपिछड़े तथा दलित हैं। बिहार सरकार इन बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं हो, इसके लिए शत प्रतिशत छात्रवृत्ति अपनी तरफ से देगी। इससे पहले जदयू के कई नेता बाबू जगजीवन राम छात्रावास योजना को बंद किए जाने का विरोध कर रहे हैं। इस योजना को एक दूसरी योजना के साथ मिला देने का जदयू ने विरोध किया है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गृह मंत्री अमित शाह के सिर्फ राज्यपाल से मिलने पर पहले ही आपत्ति जताई है। बिहार में केंद्र बनाम राज्य का मुद्दा बनता प्रतीत हो रहा है। इस बीच भाजपा के नेता और विधान सभा में विपक्ष के नेता विजय सिन्हा ने मुख्यमंत्री के इफ्तार में शामिल होने पर सवाल उठाया है। लगता है बिहार में 2024 से पहले राजनीतिक घमासान होगा।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू के इफ्तार के बाद पत्रकारों से बात करते हुए फिर कहा कि दंगाई कोई भी हो, उसके खिलाफ न्याय संगत कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि प्रसासन अपना काम कर रहा है। उसका रिजल्ट भी आने लगा है। देख रहे हैं न, बिहारशरीफ में कार्रवाई की जा रही है। मालूम हो कि शनिवार को बिहारशरीफ दंगे के आरोपी बजरंग दल के जिला संयोजक कुंदन कुमार ने सरेंडर कर दिया। पुलिस ने कोर्ट से कुर्की का आदेश लिया था। कुर्की जब्ती से पहले ही 11 आरोपियों में 9 ने सरेंडर कर दिया। 2024 चुनाव से पहले राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। भाजपा और महागठबंधन दोनों आमने-सामने हैं। दोनों के मुद्दे भी स्पष्ट हो रहे हैं।

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By Editor