किसान नेता पहुंचे, हिंदू-मुस्लिम बच्चों को गले मिलवाया
जिस हिंदू बच्चे ने मुस्लिम बच्चे को पीटा था, आज दोनों गले मिले। कई किसान नेता पहुंचे। हिंदू-मुस्लिम दोनों समुदाय के लोगों को मिलाया।
मुजफ्फरनगर में नफरत से भरी एक टीचर ने हिंदू बच्चों को उकसा कर मुस्लिम बच्चे को पिटवाया। देशभर में वीडियो वायरल हुआ। इस बीच शनिवार को कई किसान नेता पहुंचे और दोनों समुदाय के लोग एकसाथ बैठे। उन बच्चों को भी बुलवाया गया। टीचर के कहने पर जिस बच्चे ने मुस्लिम बच्चे को पीटा था और वो बच्चा दोनों गले मिले। दोनों समुदाय के लोग भी गले मिले। किसान नेताओं की इस पहल की जितनी तारीफ की जाए कम है।
सामाजिक मुद्दों पर सक्रिय निगार परवीन ने दोनों बच्चों के गले मिलते वीडियो शेयर करते हुए लिखा-जिस बच्चे ने नफरती ‘टीचर’ के कहने पर अपने साथी को पीटा था उन दोनों को गले मिलाकर एक संदेश दिया गया है किसान नेता नरेश टिकैत ने खुद जाकर ऐसा किया है क्योंकि नफरत तो उस टीचर के मन में भरी थी उसमें इन मासूमों की क्या गलती ?
जिस बच्चे ने नफरती 'टीचर' के कहने पर अपने साथी को पीटा था उन दोनों को गले मिलाकर एक संदेश दिया गया है
— Nigar Parveen (@NigarNawab) August 26, 2023
किसान नेता नरेश टिकैत ने खुद जाकर ऐसा किया है
क्योंकि नफरत तो उस टीचर के मन में भरी थी उसमें इन मासूमों की क्या गलती ? pic.twitter.com/jwTUaHh86f
किसान नेताओं की इस पहल का सभी लोग स्वागत कर रहे हैं। पार्थ पटेल ने लिखा-यह देख कर दिल को काफी सुकून मिला। उन सारे बच्चो में यह संदेश जायेगा की सच्ची शिक्षा क्या होती हे। हमें नफरत वाली राजनीति के खिलाफ लड़नी होगी। वर्ना यह दीमक इस देश को बिलकुल सड़ा देगा।
इससे पहले कांग्रेस, राष्ट्रीय लोकदल, एमआईएम सहित कई दलों के नेता पीड़ित परिवार से मिले और उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा जताया। लेकिन असली काम को किसान नेताओं ने किया। दोनों समुदायों को साथ बैठाया। सभी गले मिले। बच्चों को भी गले मिलवाया। और इलाके में फिर से तनाव पैदा करने की साजिश को सफल नहीं होने दिया।
इधर कई अतिवादी हिंदू संगठन नफरत की अवतार तृप्ति त्यागी के समर्थन में उतर आए हैं। अभी तक पुलिस की तरफ से त्यागी के खिलाफ किसी कार्रवाई की कोई खबर नहीं है। पुलिस के अनुसार वह मामले की जांच कर रही है। देखना है पुलिस कब जांच पूरी करती है और कब कार्रवाई करती है।
मुस्लिम बच्चे को पीटने के लिए हिंदू बच्चों को उकसाया, गुस्से में देश