कुढ़नी में महागठबंधन और भाजपा में कांटे की टक्कर
मुजफ्फरपुर के कुढ़नी उपचुनाव में महागठबंधन और भाजपा में कांटे की टक्कर में भाजपा को जीत मिली है। भाजपा को 3632 वोट से जीत मिली।
बिहार के कुढ़नी उप चुनाव में कांटे के मुकाबले में भाजपा प्रत्याशी को जीत मिली। भाजपा प्रत्याशी को 3632 वोट से जीत मिली। जीत के बाद भाजपा सांसद सुशील मोदी ने नीतीश कुमार से इस्तीफा मांगा है। लोग पूछ रहे हैं कि हिमाचल प्रदेश में हार के लिए क्या वे प्रधानमंत्री मोदी से इस्तीफा मांगेंगे। पहले चार राउंड तक भाजपा आगे चल रही थी। पांचवें राउंड में जदयू आगे हो गया। ऐसा कई बार हुआ। फिलहाल 21 लें राउंड की गिनती के समय भाजपा 1767 वोट से आगे हो गई है। 22 वें राउंड की गिनता शुरू हो गई है।
कुढ़नी में महागठबंधन की तरफ से जदयू के मनोज कुशवाहा प्रत्याशी हैं, जबकि भाजपा की तरफ से केदार गुप्ता उम्मीदवार हैं। मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी की तरफ से नीलाभ कुमार प्रत्याशी हैं। खबर लिखे जाने तक उन्हें आठ हजार से अधिक मत प्राप्त हो चुके थे। कुढ़नी में इन तीन दलों के बाद चौथे नंबर पर ओवैसी की पार्टी एमआईएम है। इस पार्टी के यहां प्रत्याशी हैं मुर्तजा अंसारी। वे चौथे नंबर पर हैं। खबर लिखे जाने तक उन्हें 3072 वोट प्राप्त हो चुके थे। नोटा में भी वोट पड़े हैं। इस श्रेणी में 4079 वोट पड़े हैं।
कुढ़नी में सारे दलों ने पूरी ताकत लगाई थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कुढ़नी में रैली की थी। उनके साथ उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी थे। इस साझी सभा में काफी भीड़ दिखी थी। भाजपा की तरफ से राज्य के तमाम नेताओं की रैली हुई थी। प्रचार के अंतिम दिन भाजपा सांसद मनोज तिवारी और चिराग पासवान ने भी भाजपा प्रत्याशी के लिए रोड शो किया था। एमआईएम के मुर्तजा अंसारी भी क्षेत्र से जुड़े रहे हैं।
कुढ़नी में कांटे की टक्कर की उम्मीद पहले ही लगाई जा रही थी। महागठबंधन और भाजपा में सीधी टक्कर साफ थी, पर वीआईपी और एमआईएम के कारण कुढ़नी चुनाव उलझ गया था और यह स्पष्ट नहीं था कि किसका वोट ज्यादा कटेगा। अब तक के रुझान से साफ है कि भाजपा के पक्ष में सवर्ण वोट पूरी तरह रहा। इस तरह वीआईपी उम्मीदवार, जो भूमिहार जाति से हैं, अपनी जाति का वोट पाने में विफल रहे। एमआईएम ने अपनी उपस्थिति जता दी है।
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