लालू प्रसाद बैठक करेंगे, इतने से ही क्यों घबरा रहे ललन सिंह
राजद ने कहा, लालू प्रसाद महामारी पर विधायकों के साथ बैठक करेंगे, यह सुनते ही जदयू परेशान हो उठा है। पार्टी महामारी में जनता को भाग्य भरोसे नहीं छोड़ सकती।
राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने जदयू नेता ललन सिंह के उस बयान पर कड़ा प्रतिवाद किया है, जिसमें ललन सिंह ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद की कोरोना पर बैठक को ड्रामा बताया है। गगन ने कहा कि ललन सिंह चाहते हैं कि उनकी सरकार की तरह राजद भी बिहार के लोगों को महामारी में भगवान भरोसे छोड़ दे।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि लालू प्रसाद कोविड को लेकर अपने विधायकों के साथ बैठक में शामिल होंगे, इतना सुनते ही पता नहीं क्यों जदयू में घबराहट पैदा हो गई है।
चित्तरंजन गगन ने कहा कि अब केवल गाल बजाकर लोगों को गुमराह नहीं कर सकते। सोलह वर्षों के शासनकाल में एनडीए सरकार द्वारा क्या किया गया है, उसकी असलियत अब सामने आ चुकी है। राजद प्रवक्ता ने जदयू सांसद ललन सिंह जी से पूछा है कि स्वास्थ्य विभाग में उपलब्ध आज के आधारभूत संरचना में एनडीए के सोलह वर्षों के शासनकाल का क्या योगदान है।
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आज भी कोरोना के इस कहर मे कुछ आधारभूत संरचना यदि दिखाई पड़ रही है तो वह सब एनडीए सरकार के पूर्व की ही है। जिस पटना एम्स पर एनडीए दावा करती है तो वह भी गलत है। यह सही है कि पटना एम्स खोलने का निर्णय अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के समय लिया गया था। पर इसे मूर्त रूप डॉ मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के समय दिया गया। उस सरकार में लालू जी भी मंत्री थे।
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राजद प्रवक्ता ने कहा कि इससे शर्मनाक बात और क्या हो सकता है कि बिहार में डॉक्टर और अन्य स्वास्थयकर्मी के पद रिक्त हैं। उन्होंने कहा कि अभी गाल बजाने का समय नहीं है। हकीकत को स्वीकारते हुए बिहार के लोगों की जान कैसे बचेगी इस पर गंभीरता के साथ अमल करने की जरूरत है।