बिहार में भूमि सर्वे के बीच जमीन का विवाद बढ़ता जा रहा है। अभी तीन दिन पहले नवादा में महादलितों के 50 घर जला दिए गए और अब पूर्वी चंपारण में भूमि विवाद में गोली चल गई। गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि चार घायल हो गए।
पूर्वी चंपारण के कोटवा थाना क्षेत्र में बंगरा बाजार के पास भूमि विवाद में एक पक्ष ने फायरिंग कर दी। इससे 30 वर्षीय मनीष कुमार की मौत हो गई। वह मोतिहारी के श्रीकृष्ण नगर का निवासी था। जिले के एसपी स्वर्ण प्रभात ने मीडिया को बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
भूमि विवाद के बारे में जानकारी मिली कि एनएच किनारे जमीन के एक प्लाट पर सुरेश पांडे ने घेराबंदी कर दी। घोराबंदी से नाराज दूसरे पक्ष ने आकर फायरिंग कर दी, जिसमें मनीष कुमार घायल हो गया। बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जबकि रिपुरंजन, पिंटू पांडे, अभिषेक पांडे और अभिरंजन पांडे भी घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
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भूमि सर्वे के कारण भूमि विवाद जो दबे थे, वे अचानक उभर कर खूनी रूप ले रहे हैं। पड़ोसी ही नहीं, बल्कि परिवार में झगड़े बढ़े हैं। भाई-भाई के बीच तनाव बढ़ा है। बहनों का नाम वंशावली में दर्ज कराने के लिए भी लोग परेशान हैं। कहा गया है कि बहनों को अगर जमीन में हिस्सा नहीं लेना है, तो उनसे अनापत्ति पत्र लिखवाना होगा। इसे लेकर भी परेशानी है। कई जगह बहनें अपना दावा कर रही हैं, इससे भी परिवारों में तनाव बढ़ा है। तनाव बढ़ने की एक बड़ी वजह जमीन के कागजात इकट्ठा करना है। अनेक परिवार ऐसे हैं जिनके पास जमीन के कोई कागजात नहीं हैं। किसी के कागजात गांव में आद लगने के दौरान जल गए, तो किसी के कागजात बाढ़ में बह गए। लोग जमीन के कागजात निकालने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं। विपक्षी दलों ने सरकार की तैयारी पर सवाल उठाए हैं। बिना बड़ी तैयारी के ही इतना बड़ा अभियान शुरू करके सरकार फंस गई है।
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