बिहार प्रदेश महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष मंजु बाला पाठक ने कहा है कि लाकडाउन से उपजी भीषण बेरोजगारी के कारण राज्य में महिलाओं पर हिंसा में इजाफा हुआ है. उन्होंने नीतीश सरकार से मांग की है कि सरकार इस दिशा में आवश्यक कदम उठाये.
मंजू पाठक ( Manju Bala Pathak) ने कहा कि लॉकडाउन और कोरोना महामारी जैसी विपरित परिस्थितियों ने इस महामारी में जन्म लें लिया हैं। इस महामारी में लोगों की आमदनी कम होने के वजह से लोगों की जिंदगी तनाव से गुजर रही हैं।महिलाये हिंसा की शिकार हो रहीं हैं। बलात्कार की संख्या भी बढ़ी हैं। तनाव भरी जिंदगी के कारण महिलाओं का मानसिक और शारीरिक शोषण बढ़ा है. ऐसे में बिहार सरकार को इस पर गंभीरता से सोचना होगा.
श्रीमति पाठक ने कहा कि दरभंगा में अवयस्क लड़की का सामूहिक बलात्कार होना या किशनगंज में भी उसी दिन बलात्कार का होना ये दर्शाता हैं कि बिहार में महिलाओं के विरूद्ध होने वाले घरेलू हिंसा में उतरोतर बढ़ोतरी हुई हैं ।
बिहार सरकार को चाहिए कि महिलाओं के विरूद्ध घरेलू हिंसाओं में कमी के लिए पर्याप्त कदम उठाएं। काउंसलिंग की व्यवस्था हो।उनको रोजगारपरक प्रशिक्षण देकर उनको आत्मनिर्भर बनाया जाय।
महिलाओं को पुरुषों के बराबर अधिकार दिया जाए। सुदूर गांवों में महिला चिकित्सक की बहाली हों । महिला ऑर पुरुषों को जागरूक किया जाए। सरकार किसी भी योजना का सब्सिडी या कोई भी लाभ परिवार के महिला के नाम से करे ऑर राशि सीधे उनके खाते में भेजे।