मधवापुर में भीषण डकैती, एक करोड़ का लूट ले गए सोना
मधुबनी जिले के मधवापुर में स्वर्ण व्यवसायी के घर भीषण डकैती हुई। डकैत एक करोड़ से अधिक का सोना लूट ले गए। समय पर सूचना देने के बाद भी नहीं आई पुलिस।
दीपक कुमार, बिहार ब्यूरो चीफ
मधुबनी के मधवापुर बाजार के भगवती स्थान मुहल्ला निवासी मो. सिराजुल के घर हुई 26 लाख की लूट की वारदात को अभी मधवापुर के लोग भूले भी नहीं थे कि मंगलवार की रात मधवापुर थाने के ठीक बगल में स्वर्ण व्यवसायी टूटू चौधरी के घर में भीषण डकैती की घटना को अंजाम दिया गया.
इस लूटपाट में एक करोड़ से अधिक के सोने-चांदी लूटने की बात सामने आ रही है. मधवापुर और साहरघाट थाना क्षेत्र में बढ़ती अपराध की घटना के लिए पुलिसिया लापरवाही और पुलिस गश्ती का न होना मुख्य रुप से जिम्मेवार है. हद तो यह कि डकैतों के आने की सूचना समय से गृहस्वामी ने मधवापुर के थानाध्यक्ष को दी,लेकिन पुलिस दो घन्टे बाद तब आयी,जब लुटेरे लूट की घटना को अंजाम देकर जा चुके थे.बॉर्डर एरिया के दोनों थानों मधवापुर और साहरघाट थाने के दारोगा की कार्यशैली को लेकर यहां के लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है.अपराध नियंत्रण से ज्यादा स्थानीय राजनीति में दिलचस्पी लेने वाले इन सुस्त थानेदारों को बदलने की मांग भी लम्बे समय से उठ रही है,लेकिन इस ओर वरीय अधिकारी का ध्यान पता नहीं क्यों नहीं जा रहा है?
साहरघाट में 12 चक्का वाले ट्रक की हो चुकी है चोरी
बाइक, कार और छोटे वाहनों की चोरी की बात कौन करे, साहरघाट थाना क्षेत्र के केरवा गांव में एनएच-104 से एक 12 चक्का ट्रक की चोरी कर ली गयी.इस सम्बन्ध में ट्रक मालिक इसी थाने के केरवा गांव के उमेश यादव ने साहरघाट थाना में 11 अप्रैल,2022 को मामला दर्ज कराया था.
ट्रक की चोरी के बाद से इलाके में साहरघाट पुलिस की गश्त पर सवाल उठे थे,तब भी साहरघाट पुलिस की लापरवाही सामने आयी थी.हद तो यह कि साहरघाट थाना से महज चंद कदमों की दूरी पर खड़ी ट्रक को चोर उड़ा ले गए और पुलिस को भनक तक नहीं लगी.
मधुबनी जिले के मधवापुर प्रखंड की पूर्व प्रखंड प्रमुख रिंकु कुमारी के साहरघाट स्थित आवास से पचास लाख से अधिक की संपत्ति पर चोरों ने हाथ साफ कर आराम से चलते बने,तब भी चोरी के तार पुलिसिया लापरवाही से जुड़े थे.साहरघाट के कई स्वर्ण व्यवसायियों की दुकान में भी लाखों की लूट को अंजाम देते रहे अपराधियों का पता आज तक साहरघाट पुलिस नहीं लगा सकी.
13 जनवरी,2022 की रात में साहरघाट थाना के पतार गांव के कामख्या नारायण ठाकुर के घर डकैती की घटना को अंजाम दिया गया. गृहस्वामी के अनुसार घटना के बाद साहरघाट थाना पहुंच कर जख्मी अवस्था में पुलिस को सूचना दी, लेकिन,न तो सुरक्षा दी गयी,न ही पुलिस ने डाकाकाण्ड में शामिल अपराधियों पर दबिश बनायी.ऐसी और भी कई घटनाएं हैं जिसको लेकर पुलिस अक्सर बदनाम रही है.साहरघाट एवं मधवापुर थाना में चोरी व लूट की वारदात काफी बढ़ गई है,जिसे रोकने में पुलिस लगातार नाकाम रही है.
राज्य सरकार एक तरफ जहां बिहार पुलिस का आधुनिकीकरण करने में जुटी है,वहीं, बिहार पुलिस और यहां के थानों में तैनात सुस्त दारोगा की वजह से मधवापुर व साहरघाट थाना क्षेत्र में अपराध का ग्राफ काफी तेजी से बढ़ने लगा है. जिसका नतीजा है कि आए दिन लूटपाट और मर्डर जैसी घटनाओं को भी अपराधी आसानी से अंजाम दे रहे हैं.यहां के लोग खौफ में हैं और अपराधी बेख़ौफ़ होकर बड़ी वारदात को अंजाम दे रहे हैं.
नंगी हकीकत यह है कि पुलिस की लापरवाही और सुस्त गस्ती ही अपराध बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है.अब देखना है पुलिस कप्तान बॉर्डर एरिया के भयभीत लोगों में पुलिस के प्रति कब तक भरोसा कायम कर पाते हैं?थानाध्यक्ष कहते हैं कि पुलिस नियमित गस्त लगाती है.
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