महागठबंधन : संपूर्ण क्रांति दिवस पर नीतीश सरकार हिसाब दो
बिहार में महागठबंधन ने नीतीश सरकार के खिलाफ आर-पार के आंदोलन का एलान कर दिया। 5 जून को संपूर्ण क्रांति दिवस पर लगेगा नारा- नीतीश सरकार हिसाब दो।
आज पटना में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन में शामिल दलों की बैठक हुई। बैठक राजद कार्यालय में हुई। महागठबंधन ने राज्य में जदयू-भाजपा की सरकार के खिलाफ आंदोलन करने की घोषणा कर दी। इसकी शुरुआत पांच जून संपूर्ण क्रांति दिवस से होगी। इस दिन राज्य भर में धरना-प्रदर्शन होंगे तथा नीतीश सरकार से हिसाब मांगा जाएगा।
महागठबंधन में शामिल दलों से मिली जानकारी के अनुसार पांच जून को महंगाई, बेरोजगारी और समाज में धार्मिक नफरत फैलाने के खिलाफ आवाज उठाएंगे। एनडीए ने 19 लाख रोजगार देने का वादा किया था, पर हालत यह है कि लोग दो जून रोटी के लिए परदेश जाने को विवश हैं। वहां कोई आग में जल कर मर रहा है, कोई अपमान सह रहा है। बिहार के नौजवानों के लिए पिछले ढाई साल में नीतीश सरकार ने एक भी ऐसा कदम नहीं उठाया, जिससे रोजगार पैदा हो।
आज महागठबंधन की बैठक में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के अलावा राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल, केडी यादव सहित सीपीआई और सीपीएम के नेता भी शामिल थे।
महागठबंधन महंगाई और बेरोजगारी के अलावा शिक्षा तथा स्वास्थ्य सेवाओं का सवाल भी उठाएगा। महागठबंधन की कोशिश है कि जनता के असली मुद्दों को सामने लाया जाए। सरकार केवल इवेंट मैनेजमेंट कर रही है। कभी कोई दिवस, तो कभी कोई दिवस। बीच-बीच में भाजपा हिंदुत्व की राजनीति उभार कर जनता के असली मुद्दों को पीछे करना चाहती है, तो कभी जदयू विशेष राज्य का मुद्दा छू देता है, लेकिन जनता की मुश्किलें कम करने के लिए जमीन पर कोई नई योजना नहीं शुरू की गई है। ढाई साल बीतने को हैं, पर एनडीए अपने घोषणापत्र को भूल चुका है। इधर, बोचहा चुनाव के बाद विपक्ष के हौसले मजबूत हुए हैं। यहां भाजपा को करारी हार मिली। इसे भी जनता में बढ़ते रोष का सूचक माना जा रहा है।
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