महिला आरक्षण बिल लाने की तैयारी, क्या आरक्षण के भीतर पिछड़ों को मिलेगा आरक्षण
महिला आरक्षण बिल लाने की तैयारी, क्या आरक्षण के भीतर पिछड़ों को मिलेगा आरक्षण। लालू प्रसाद महिला आरक्षण के भीतर आरक्षण की मांग कर चुके हैं।
संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का मसला दो दशकों से अंटका है। इसका मसौदा 1996 में ही तैयार हो चुका है। संसद में भी चार बार पेश हो चुका है। 2010 में यह बिल केवल राज्यसभा से पारित हो सका। अब अगर फिर से केंद्र की मोदी सरकार महिला आरक्षण बिल लोकसभा में लाने की तैयारी कर रही है।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद सहित कई नेता इस पक्ष में रहे हैं कि महिला आरक्षण के भीतर पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था होनी चाहिए। राजद के उस पुराने स्टैंड में आज भी कोई परिवर्तन नहीं आया है। हाल में राजद प्रवक्ता और सांसद मनोज झा ने अपनी पुरानी मांग दुहराते हुए महिला आरक्षण के भीतर पिछड़े और कमजोर वर्ग की महिलाओं को आरक्षण देने की मांग कर चुके हैं।
भाजपा महिला आरक्षण के भीतर आरक्षण के पक्ष में नहीं रही है। सोमवार को कांग्रेस ने महिला आरक्षण बिल पास करने की मांग की, लेकिन उसने आरक्षण के भीतर आरक्षण की मांग के संबंध में साफ कुछ नहीं कहा।
2010 में राजद प्रमुख लालू प्रसाद और मुलायम सिंह यादव ने महिला आरक्षण के भीतर आरक्षण की मांग करते हुए जिस रूप में बिल पेश किया गया था, उसका भारी विरोध किया था। आज लोकसभा में राजद का एक भी सदस्य नहीं है, वहीं समाजवादी पार्टी भी बहुत कमजोर हालत में है। अब देखना है केंद्र की मोदी सरकार अगर महिला आरक्षण बिल को लोकसभा में पेश करती है, तो क्या उसके भीतर पिछड़े वर्ग की महिलाओं के आरक्षण रहता है या नहीं।
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