महोबा पहुंचीं प्रियंका, जाति से ज्यादा मुद्दों पर जोर
आज यूपी के बुदेलखंड के महोबा में प्रियंका की सभा में फिर अच्छी भीड़ दिखी। कांग्रेस की कोशिश चुनाव को त्रिकोणीय बनाने की। जातीय समीकरण नहीं, मुद्दों पर जोर।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आज बुंदेलखंड के महोबा पहुंचीं। यहां उन्हें सुनने अच्छी भीड़ जमा थी। भीड़ प्रियंका की बातों पर रिस्पांस भी कर रही थी। भीड़ और उसके जोश से कांग्रेस में उत्साह दिख रहा है। प्रियंका गांधी की कोशिश है कि चुनाव को योगी बनाम अखिलेश नहीं रहने दें और चुनाव को त्रिकोणात्मक बनाएं।
प्रियंका गांधी ने सभा में जातीय समीकरणों की बात नहीं की। वे लगातार मुद्दों की बात करती रहीं। लखीमपुर, प्रयागराज में दलित किशोरी से दुष्कर्म और बुंदेलखंड में खाद न मिलने पर किसानों की आत्महत्या पर उन्होंने विस्तार से बातें रखीं। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता और बेरोजगार युवकों की बात की। इन सभी के लिए कांग्रेस की तरफ से वादे दुहराए।
प्रियंका गांधी ने पलायन, गरीबी, कोरोना की दूसरी लहर में लोगों की मौत, किसानों की कर्ज माफी जैसे मुद्दों पर बात की। उन्होंने नोएडा के प्रस्तावित एयरपोर्ट के रूप में चीन के एयरपोर्ट का फोटो साझा करने पर तंज भी कसा।
कांग्रेस की कोशिश है कि वह यूपी चुनाव को त्रिकोणात्मक बनाए। इसके लिए वह महिलाओं को विशेष तौर पर संगठित करने के साथ ही जाति के बजाय समाज के विभिन्न वर्गों के मुद्दों पर जोर दे रही है। कांग्रेस एक नई राजनीति विकसित करने की कोशिश कर रही है। देखना है कि उसकी रणनीति कितनी कामयाब होती है।
सभा को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी संबोधित किया। उन्होंने भी मुद्दों पर ही जोर दिया। कहा कि जब छत्तीसगढ़ में 2500 रुपए धान खरीद हो सकती है, तो यूपी में क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि उनके प्रदेश में दो रुपए किलो किसानों से गोबर की खरीद हो रही है। इससे किसानों को लाभ हो रहा है। सरकार इससे खाद बना रही है।
डबल इंजन फंसा, यूपी में भी नीति आयोग की रिपोर्ट मुद्दा बनी