मैंने नीतीश को मुख्यमंत्री बना कर हिसाब बराबर कर दिया : मांझी
मैंने नीतीश को मुख्यमंत्री बना कर हिसाब बराबर कर दिया : मांझी। पटना में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हम के संरक्षक व पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी बोले।
पूर्व मुख्यमंत्री और हम (से) के संरक्षक जीतनराम मांझी ने पटना के बापू सभागार में पंचायत स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शुक्रवार को बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार उन्हें मुख्यमंत्री बनाया था, मैंने वह एहसान चुका दिया। मुझे मुख्यमंत्री पद का ऑफर था, लेकिन मैंने वप प्रस्ताव ठुकरा करके नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बना दिया। मैंने नीतीश कुमार के एहसान का हिसाब बराबर कर दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री मांझी की बात सत्य है। वे चाहते तो खुद मुख्यमंत्री बन सकते थे। जब पिछले महीने नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन से नाता तोड़कर एनडीए में शामिल होने का फैसला लिया, तब उनके पास मामूली बहुमत था। अगर मैं चार विधायकों के साथ तेजस्वी यादव के प्रस्ताव को स्वीकर कर लेता, तो नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं बन सकते थे। मेरे चार विधायकों के अलावा छह-सात विधायक टूट जाते। कुछ तो टूट भी गए। लेकिन मैंने खुद मुख्यमंत्री बनने के बदले नीतीश कुमार का एहसान चुका दिया।
जीतनराम मांझी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जदयू में तीन-चार कैकयी हैं, जो सरकार के महत्वपूर्ण कार्य संपन्न नहीं होने दे रहे। उनका इशारा मंत्रिमंडल का विस्तार अभी तक नहीं किए जाने की तरफ था। मांझी अपनी पार्टी के लिए दो मंत्री पद की मांग कर चुके हैं।
मांझी के इस बयान से साफ हो गया कि अगर आज के बाद नीतीश कुमार ने कभी कहा कि मांझी को उन्होंने ही सीएम बनाया था, तो नीतीश कुमार को पलट कर जवाब सुनने को भी तैयार रहना होगा। जैसे ही वे कहेंगे कि मांझी को उन्होंने मुख्यमंत्री बनाया, तो तुरत जवाब मिलेगा कि नीतीश कुमार को भी मांझी ने मुख्यमंत्री बनाया। हिसाब बराबर।
हम के सम्मेलन में राज्यभर के पार्टी कार्यकर्ता पहुंचे थे। इनमें दलित वर्ग की संख्या ज्यादा थी, जिसने साबित किया कि मांझी की पहचान और पकड़ दलितों में सर्वाधिक है। आज के कार्यक्रम में हम पार्टी ने शक्ति प्रदर्शन भी किया। अब एनडीए के लिए मांझी की उपेक्षा करना आसान नहीं होगा। नीतीश कुमार अपना निर्णय हम और मांझी पर थोप नहीं सकते।
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