भाईचारा बनाने में मददगार मो. जुबैर को तमिलनाडु ने दिया सम्मान
भाईचारा बनाने में मददगार मो. जुबैर को तमिलनाडु ने दिया सम्मान। मुख्यमंत्री स्तालिन ने सांप्रदायिक सद्भाव बनाने में मददगार फैक्टचेकर को किया सम्मानित।
आल्ट न्यूज के को-फाउंडर मो. जुबैर को तमिलनाडु सरकार ने सम्मानित किया है। मुख्यमंत्री स्तालिन ने देश में सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने में उनके योगदान को देखते हुए सम्मानित किया। ऑल्टू न्यूज और मो. जुबैर ने लगातार फर्जी खबरों, सांप्रदायिक उन्माद भड़काने वाले वीडियो और पोस्ट का पर्दाफाश किया है। हालांकि इसके कारण उन्हें दक्षिणपंथी ताकतों से धमकियां भी मिलती रही। उन्हें फर्जी मुकदमों में फंसाया गया। उन्हें जेल भी जाना पड़ा। बाद में सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप से उन्हें जमानत मिली।
तमिलनाडु सरकार ने मो. जुबैर को जो सम्मान दिया है, उसके साइटेशन में एक खास फैक्टचेक का ज़िक्र किया गया है- “साल 2023 में सोशल मीडिया पर ग़लत सूचना फैल रही थी कि तमिलनाडु में बिहार के मज़दूरों पर हमले किए जा रहे हैं, तब ऑल्ट न्यूज़ ने वीडियो का फ़ैक्ट चेक किया और बताया कि वायरल वीडियो तमिलनाडु का नहीं था. इससे अफ़वाह फ़ैलना बंद हुई।” याद रहे इसी मांलमे में बिहार और तमिलनाडु के बीच तनाव भी पैदा हो गया था। तमिलनाडु सरकार ने बाद में एक्शन लिया और बिहार के मनीष कश्यप को गिरफ्तार किया। उस पर फर्जी वीडियो बनाने तथा बिहारी मजदूरों को प्रताड़ित किए जाने की फर्जी खबर को वायरल करने का आरोप था। उसे नौ माह तक तमिलनाडु की जेल में रहना पड़ा। बाद में उसे जमानत मिली है।
स्तालिन ने कहा कि हमें भारत की विविधता की रक्षा करनी है। सांप्रदायिक सद्भाव और भाइचारा बनाए रखना है। मो. जुबैर को सम्मानित किए जाने पर सोशल मीडिया में कई प्रतिष्ठित लोगों ने सराहना की है। कहा कि मो. जुबैर को सम्मान दिए जाने से सच्चाई के लिए लड़ने वाले फैक्टचेकर और पत्रकारों को बल मिलेगा। लोगों ने मो. जुबैर की सराहना करते हुए कहा कि तमामत धमिकयों और जेल के बावजूद वे डरे नहीं और जनता के हित में, सच्चाई के पक्ष में काम करते रहे।
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