पटना। बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पटना में आयोजित इंडिया गठबंधन की जनविश्वास महारैली ने देश में परिवर्तन का संदेश दे दिया है। पटना के गांधी मैदान में जुटे लाखों लोग तथा इंडिया गठबंधन के प्रमुख दिग्गज नेताओं की उपस्थिति ने भाजपा विरोधी शक्तियों में उत्साह भर दिया है।

पटना के गांधी मैदान में रविवार 3 मार्च को आयोजित महागठबंधन की महारैली में जबरदस्त उत्साह दिखा। इस महारैली ने भाजपा के 400 पार वाले नारे की हवा निकाल दी है। महारैली से तेजस्वी यादव राष्ट्रीय स्तर के विपक्ष के नेता के रूप में उभरे हैं। उन्होंने आज कई राजनीतिक लकीर खींच दी। सबसे पहले तो बिहार व्यापी जनविश्वास यात्रा करके, 3500 किमी तक चल कर लाखों लोगों से सीधा संवाद किया, फिर उनके आमंत्रण पर लाखों लोग पटना पहुंच गए। मौसम खराब रहने के बावजूद लाखों लोग मैदान में जुटे रहे। दूसरी गौर करनेवाली बात यह रही कि भीड़ का जबरदस्त उत्साह। ये उत्साह बता रहा था कि लोग परिवर्तन चाहते हैं और उन्हें भरोसा हो गया है कि बिहार में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन परिवर्तन का नेतृत्व करने में सक्षम है।

आज की महारैली न सिर्फ भीड़ के लिहाज से बल्कि राजनीतिक रूप से भी भाजपा को परेशान करने वाली रही। तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री के दो करोड़ नौकरी देने के वादे से मुकर जाने के खिलाफ अपने 17 महीने के कार्यकाल में चार लाख से ज्यादा युवाओं को नौकरी देने की बात मजबूती से रखी। वे देश में एक लकीर खींचने में कामयाब रहे हैं कि भाजपा मतलब नौकरी का जुमला तथा तेजस्वी मतलब सचमुच नौकरी। इसीलिए आज की रैली में युवाओं की भारी संख्या ध्यान खींच रही थी।

आज की महारैली ने फिर साबित किया कि बिहार परिवर्तन की भूमि है। इंडिया गठबंधन की पहली बड़ी रैली पटना में हुई आज यह भी दर्ज हो गया।

तेजस्वी यादव लगातार बता रहे हैं कि उनकी पार्टी सिर्फ माय समीकरण की पार्टी नहीं है, बल्कि बहुजन, अगड़े, अल्पसंख्यक और पुअर यानी सबकी पार्टी है। इसी के साथ उन्होंने दो बातें और भी कहीं। कहा कि हमारी पार्टी माई-बाप दोनों की पार्टी है और मेरे माई-बाप आप बिहार की जनता हो। उन्होंने आरजेडी का भी अर्थ बताया। आर मतलब राइट अर्थात अधिकार, जे का मतलब जॉब और डी का अर्थ डेवलपमेंट अर्थात बिहार का विकास। हर वर्ग का विकास।

बिहार की महारैली कांग्रेस, वाम दलों के सारे नेताओं का जुटना भी देश में संदेश दे गया कि विपक्ष एकजुट है और वह भाजपा को 2024 चुनाव में सत्ता से बाहर करने के लिए संकल्पित है।

महारैली को लालू प्रसाद ने अपने पुराने अंदाज में संबोधित किया। नीतीश कुमार के बारे में कहा कि अब वे अगर इधर आने की कोशिश करेंगे, तो धक्का मिलेगा। इशारों में कह दिया कि अब इधर उनके लिए जगह नहीं है।

By Editor


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