मिठाई खानेवाले रेपिस्टों की बढ़ीं मुश्किलें, SC सुनवाई को तैयार

बिलकिस गैंगरेप मामले में सजा पूरी होने से पहले आजाद होनेवाले रेपिस्टों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। गुजरात सरकार के निर्णय के खिलाफ SC सुनवाई को तैयार।

सुप्रीम कोर्ट के एक निर्णय से न दुष्कर्म की शिकार लाखों पीड़ित महिलाओं में उम्मीद जगी है कि उन्हें भी न्याय मिल सकता है। बिलकिस बानो गैंगरेप के दोषियों की सजा पूरी होने से पहले ही उन्हें जेल से रिहा करने के गुजरात सरकार के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करने को तैयार हो गया है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले की सुनवाई के लिए अलग से बेंच गठित करेगा। मालूम हो कि समय से पहले गैंगरेप के दोषियों के छूटने पर गुजरात में उनका माला पहना कर और मिठाई खिला कर अभिनंदन किया गया था। इस शर्मनाक घटना की देश भर में लोगों ने निंदा की थी।

बिलकिस बानो ने पिछले साल नवंबर में सुप्रीम कोर्ट में रेप के दोषियों को सजा पूरी करने से पहले छोड़े जाने के खिलाफ याचिका दायर की थी। अब बुधवार को चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जेबी पारदीवाला की बेंच ने कहा कि मामले की सुनवाई के लिए नई बेंच बनाई जाएगी। सुप्रीम कोर्ट में बिलकिस बानो का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ अधिवक्ताल शोभा गुप्ता कर रही थीं।

सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय जैसे ही लोगों को पता चला, लोग थैंक्यू सुप्रीम कोर्ट कह रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय को देश में जारी नफरत की राजनीति को एक झटका माना जा रहा है। कई लोगों ने इसे भाजपा के लिए भी बड़ी झटका बताया है। फिलहाल भाजपा की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन गुजरात सरकार के निर्णय के खिलाफ सुनवाई की इस खबर से कई लोगों ने लिखा है कि उम्मीद की किरण अभी जिंदा है।

कांग्रेस, शिवसेना के अखबार सामना ने भी उस खबर को लोगों के सामने लाया है और बिलकिस को न्या मिलने की उम्मीद जताई है। कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी का राज्य सभा में दिए भाषण को भी कई लोगों ने शेयर किया है, जिसमें उन्होंने बिलकिस बानो का मामला उठाया था। इमरान प्रतापगढ़ी ने सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय पर ट्वीट किया-धन्यवाद माननीय उच्चतम न्यायालय।

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