मोदी अमेरिका में होंगे, तभी पटना में 11 दलों के अध्यक्ष भरेंगे हुंकार
जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका में होंगे, ठीक उसी समय उनके खिलाफ राहुल गांधी समेत 13 दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष 23 जून को पटना में बनाएंगे महामोर्चा।
कुमार अनिल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार अमेरिका के राजकीय दौरे पर जा रहे हैं। वे 21 से 24 जून को अमेरिका में रहेंगे। ठीक उसी बीच 23 जून को पटना में राहुल गांधी समेत 13 दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष जुटेंगे। वे मोदी सरकार के खिलाफ महामोर्चा का एलान करेंगे। सारे दल किसी संयुक्त अभियान की घोषणा भी कर सकते हैं, जिसके तहत बिहार और अन्य राज्यों में महारैलियां हो सकती हैं। विपक्षी दलों की पटना बैठक की घोषणा उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने संयुक्त प्रेस वार्ता में की। दोनों नेताओं ने पहली बार संयुक्त प्रेस वार्ता की। इससे इस मीटिंग की अहमियत और उसकी सफलता की तैयारी का अंदाजा लगाया जा सकता है।
पटना में राजद नेता और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तथा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पटना में अचानक बुलाई गई प्रेस वार्ता में कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए सभी विपक्षी दलों की बैठक होगी। बैठक 23 जून को होगी, जिसमें मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल करने की रणनीति बनेगी। जिन दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष बैठक में शामिल होंगे, उनमें कांग्रेस, राजद, जदयू, एनसीपी, शिव सेना (उद्धव), टीएमसी, सपा, डीएमके, सीपीआई, सीपीएम, सीपीआईएमएल, जेएमएम और आप शामिल है। दोनों नेताओं ने बताया कि सभी दलों के नेताओं ने अपनी सहमति दे दी है।
मोदी जब अमेरिका दौरे पर होंगे ठीक उसी दिन 11 विपक्षी दलों के सुप्रीम लीडर पटना में उनके खिलाफ महा मोर्चा के ऐलान करेंगे।
— naukarshahi.com (@naukarshahi) June 7, 2023
जान लजिये कौन कौन आएगा? #WTCFinal2023 #OppositionPartiesMeeting#मोदी_के_खिलाफ_ऐलान_ए_जंग pic.twitter.com/gMY1hKCXlS
पहले यह बैठक 12 जून को होनेवाली थी, जिसे कांग्रेस, डीएमके सहित अन्य दलों के आग्रह पर स्थगित कर दिया गया था। बैठक स्थगित होने से भाजपा नेता खासे उत्साहित थे और वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला कर रहे थे, लेकिन इस नई तिथि के एलान के बाद उनका कोई बयान नहीं आया है। 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक पर पूरे देश की नजर है। कर्नाटक में हार के बाद भाजपा पहले ही परेशान थी और उसके बाद मध्य प्रदेश, राजस्थान के सर्वे ने उसकी नींद हराम कर रखी है। अब सारे प्रमुख दलों की बैठक की खबर से भाजपा को अपनी पुरानी रणनीति पर विचार करना होगा। साफ है केंद्रीय एजेंसियों के दबाव के बावजूद सारे दल एकजुट हो रहे हैं, तो विपक्ष के हौसले मजबूत होंगे।
यूपी में थानेदार ने कपड़े उतार कर विधवा को किया वीडियो कॉल