मोदी के पास पूंजीपतियों के नंबर, मेरे पास शहीद किसानों के : राहुल
…मेरे पास मां है के तर्ज पर राहुल ने पीएम मोदी को विलेन साबित करने की कोशिश की। कहा, उनके पास पूंजीपतियों के नंबर, मेरे पास शहीद किसानों के। दागे कई सवाल।
एक बार राहुल गांधी ने मोदी सरकार को सूट-बूट की सरकार कह कर बुरी तरह फंसा दिया था, आज उन्होंने फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आक्रामक अंदाज में घेरा। कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास उनके उद्योगपति मित्रों के फोन नंबर हैं, मेरे पास शहीद किसानों के नंबर हैं। इसके साथ ही उन्होंने प्रेस को वह लिस्ट दिखाई, जिसमें शहीद किसानों के नाम, पते और उनके परिजनों के फोन नंबर हैं। उन्होंने कुछ सहीद किसानों के नाम भी पढ़क सुनाे।
राहुल गांधी ने आज एक प्रेस वार्ता में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन कृषि कानून बनाने के लिए किसानों से माफी मांगी। उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री प्रायश्चित कैसे करेंगे?
इसके साथ ही राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि अगर सच में माफ़ी माँगनी है तो इन परिवारों को फ़ोन करो, उनका दुख सुनो और मुआवज़ा दो। राहुल ने मोदी सरकार को इस बात के लिए भी घेरा कि सरकार के पास शहीद किसानों का कोई आंकड़ा नहीं है। मालूम हो कि गुरुवार को केंद्र सरकार ने कहा था कि किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों का कोई डेटा सरकार के पास नहीं है, इसलिए मुआवजा देने का सवाल ही नहीं उठता।
राहुल गांधी ने कहा कि पंजाब सरकार की कोई गलती नहीं थी, फिर भी मानवीयता के आधार पर राज्य सरकार ने 403 शहीद किसानों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए मुआवजा दिए। 152 लोगों को नौकरी दी। इससे पहले राहुल गांधी ने ट्वीट किया-जब PM ने कृषि-विरोधी क़ानून बनाने के लिए माफ़ी माँगी तो संसद में बतायें कि प्रायश्चित कैसे करेंगे- लखीमपुर मामले के मंत्री को बर्खास्त कब? शहीद किसानों को मुआवज़ा कितना-कब? सत्याग्रहियों के ख़िलाफ़ झूठे केस वापस कब? MSP पर क़ानून कब? इसके बिना माफ़ी अधूरी!
My interaction with members of the Press about the farmers’ crisis. https://t.co/9kfvhCNxER
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 3, 2021
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