मोदी स्टाइल पर भारी राहुल का अंदाज, गिग वर्कर के साथ खाया दोसा
कर्नाटक में मोदी स्टाइल व राहुल अंदाज के बीच भी मुकाबला है। जहां प्रधानमंत्री के रोड शो में पूरा तामझाम, वहीं राहुल ने गिग वर्कर से की चर्चा, साथ खाया दोसा।
कर्नाटक चुनाव में मोदी स्टाइल व राहुल अंदाज के बीच भी कड़ा मुकाबला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने हर कार्यक्रम में नए ड्रेस में होते हैं। खूब तामझाम दिखता है। लोग फूल बरसाते हैं। उनकी गाड़ी को रथ की तरह सजाया जाता है। प्रधानमंत्री एक तरफा संवाद करते हैं। इधर राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अलग-अलग तबकों के साथ संवाद शुरू किया। इसमें वे पहले लोगों की बात सुनते हैं। फिर अंत में अपनी कुछ बात कहते हैं। इसी अंदाज में वे दो बार दिल्ली में छात्रों के साथ मुलाकात कर चुके हैं। कर्नाटक चुनाव में भी वे बड़ी रैलियों के साथ छोटे-छोटे ऐसे संवाद कर रहे हैं। वे मछुआरों के साथ संवाद कर चुके हैं। रविवार को उन्होंने गिग वर्कर्स के साथ संवाद किया। उनके साथ बैठकर दोसा खाया और फिर डिलीवरी के लिए जाते हुए गिग वर्कर के स्कूटर के पीछे बैठ कर उनके काम को समझने को कोशिश की। देखिए वीडियो-
.@RahulGandhi ji had a candid conversation with gig workers and delivery partners of Dunzo, Swiggy, Zomato, Blinkit etc at the iconic Airlines Hotel in Bengaluru, today.
— Congress (@INCIndia) May 7, 2023
Over a cup of coffee and masala dosa, they discussed the lives of delivery workers, lack of stable employment… pic.twitter.com/qYjY7L03sh
गिग वर्कर यानी बड़ी कंपनियों के अस्थायी मजदूर, जिन्हें उनके काम के आधार पर मजदूरी दी जाती है। इन्हें डिलीवरी ब्वाय भी कहते हैं। बेंगलुरु में इनकी संख्या दो लाख से ज्यादा है। कई बार ऐसी खबरें छप चुकी हैं कि उनमें बड़ी संख्या में ग्रेजुएट, एमबीए कर चुके युवा भी काम करते हैं। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में गिग वर्कर के लिए कल्याण बोर्ड बनाने, 3 हजार करोड़ रुपए का एक फंड बनाने तथा उनकी मजदूरी बढ़ाने के उपाय करने की घोषणा की है।
Shri @RahulGandhi's outreach to gig workers and delivery partners in Bengaluru is a part of his unwavering commitment to the issues of every section of society. pic.twitter.com/uQXB3H8YyD
— Congress (@INCIndia) May 7, 2023
राहुल गांधी ने Dunzo, Swiggy, Zomato, Blinkit आदि के लिए काम करने वाले अस्थायी मजदूरों (गिग वर्कर्स) के साथ मुलाकात की। बैठकर उनकी समस्याएं सुनीं। साथ में दोसा खाया। सेल्फी खिंचवाई और अंत में डिलीवरी के लिए जाते वर्कर के पीछे स्कूटर पर सवारी भी की।
प्ररधानमंत्री मोदी को जनता से संवाद करने के मामले में महारत बताया जाता है। अब राहुल गांधी का अंदाज भी लोगों के बीच चर्चा में है। देखिए जनता से संवाद का बेहतर तरीका किसका है, यह आनेवाले दिनों में तय हो जाएगा।
महिला पहलवानों को मिली नई ताकत, समर्थन में हजारों महिलाएं