मुख्यमंत्री पांच मंत्रियों के दफ्तर पहुंचे, पांचों नदारद, तुरत लगवाया फोन
मुख्यमंत्री पांच मंत्रियों के दफ्तर पहुंचे, पांचों नदारद, तुरत लगवाया फोन। औचक निरीक्षण में कई अधिकारी भी अपनी कुर्सी पर नहीं थे। मचा हड़कंप।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज पूर्वाह्न साढ़े नौ बजे विकास भवन पहुंचे और वहां का औचक निरीक्षण किया। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री विश्वेश्वरैया भवन पहुंचे और वहां भी औचक निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने विकास भवन तथा विश्वेश्वरैया भवन स्थित विभिन्न विभागों के कार्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर, गन्ना उद्योग मंत्री आलोक कुमार मेहता, उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत के कार्यालय पहुँचे लेकिन वे सभी मंत्री अपने कार्यालय कक्ष में उपस्थित नहीं थे। मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार अपने कार्यालय कक्ष में उपस्थित थे। भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं थे लेकिन जब मुख्यमंत्री उनके कक्ष में खड़े थे तो उसी समय भवन निर्माण मंत्री अपने कार्यालय पहुंचे और देर से पहुँचने की सफाई दी। मुख्यमंत्री जब शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के कार्यालय कक्ष पहुंचे और वहां वे उपस्थित नहीं थे तो मुख्यमंत्री ने शिक्षा मंत्री को फोन लगवाया और पूछा कि अभी तक कार्यालय क्यों नहीं पहुंचे हैं, सभी को साढ़े नौ बजे तक कार्यालय पहुंचना है। मंत्रियों के समय पर कार्यालय नहीं पहुँचने पर मुख्यमंत्री ने अपनी नाराजगी व्यक्त की और निर्धारित समय पर कार्यालय आने के लिये निर्देशित किया।
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— Janata Dal (United) (@Jduonline) September 26, 2023
मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी ने आज सुबह-सुबह कई विभागों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री जी ने सभी को वक्त पर ऑफिस पहुंचने और विकास कार्यों में और तेजी लाने के निर्देश दिए।#JDU #Bihar#NitishKumar #NitishModel #BiharModel pic.twitter.com/SijoIEt2e8
मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य विभाग एवं पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, सहकारिता विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, कृषि एवं परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री संजय कुमार सिंह अपने कक्ष में उपस्थित नहीं थे। शिक्षा विभाग के सचिव श्री वैद्यनाथ यादव भी कार्यालय में उपस्थित नहीं थे। इन सभी की अनुपस्थिति पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की। उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री संदीप पौण्ड्रिक, भवन निर्माण विभाग के सचिव श्री कुमार रवि अपने कार्यालय में उपस्थित थे। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री के0के0 पाठक भी अपने कक्ष में नहीं थे लेकिन जानकारी मिली कि वे आधिकारिक तौर पर दिल्ली गए हुए है। मुख्यमंत्री ने विकास भवन स्थित शिक्षा विभाग के कमांड एवं कंट्रोल सिस्टम का भी जायजा लिया।
मुख्यमंत्री विश्वेश्वरैया भवन के सातवें तल्ले पर गए और वहां पथ निर्माण विभाग के कंट्रोल एवं कमांड सिस्टम का जायजा लिया। पथ निर्माण विभाग के सचिव श्री संदीप पुडुक्कलकट्टी ने वहां मुख्यमंत्री को पथों की मॉनीटरिंग सिस्टम की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने भवन निर्माण विभाग के सचिव श्री कुमार रवि को निर्देश दिया कि सभी सचिवालय के भवनों पर सोलर प्लेट लगाएं ताकि सौर ऊर्जा का उपयोग हो सके। मुख्यमंत्री ने सचिवालय परिसर में साफ-सफाई एवं वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और उपस्थित कर्मियों से बातचीत की और कार्य पद्धति की जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह उपस्थित थे ।
निरीक्षण के पश्चात् विश्वेश्वरैया भवन में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि पहले से तय कर दिया गया है कि सभी लोगों को कार्यालय सुबह साढ़े नौ बजे तक पहुंच जाना है। उसी सिलसिले में हम सब जगह देख रहे हैं। हम देख रहे हैं कि सबलोग समय पर आते हैं अथवा नहीं, अगर कोई उपस्थित नहीं रहते हैं तो हम उसी समय फोन लगाकर उनसे बात करते हैं। विश्वेश्वरैया भवन को हम बड़ा और बेहतर बनवा रहे हैं। हम चाहते हैं कि सबलोग समय पर आएं और ठीक ढंग से काम करें।
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