न मथुरा, न अयोध्या, योगी को मोदी ने समेट दिया गोरखपुर
एक भाजपा नेता को भगवान कृष्ण ने सपने में कहा था कि योगी मथुरा से लड़ें। फिर अयोध्या से लड़ने का शोर उठा। अब मोदी ने योगी को गोरखपुर में ही समेट दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की भाजपा ने ‘मोदी के बाद योगी’ नारे की हवा निकाल दी। यूपी ही नहीं, दिल्ली तक में बड़ी-बड़ी होर्डिंग लगाकर योगी समझ रहे थे कि इस चुनाव में वे अपना कद ऊंचा कर लेंगे। इसीलिए कभी मथुरा से चुनाव लड़ने का माहौल बनाया गया, तो कभी अयोध्या से। खुद योगी अपने भाषणों में बार-बार मथुरा और अयोध्या का नाम ले रहे थे। बाद में उनका जोर अयोध्या पर था। अयोध्या से चुनाव लड़ने का काफी शोर उठाया गया। योगी समर्थक उन्हें राम और राम मंदिर से जोड़ कर प्रचार कर रहे थे। अब फाइनल हो गया। योगी Gorakhpur से चुनाव लड़ेंगे।
आज भाजपा ने दो चरणों के लिए 105 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी। खास बात यह कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर शहर से चुनाव लड़ेंगे। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या प्रयागराज सिराथू से चुनाव लड़ेंगे। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय में प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की। पार्टी ने पहले चरण की 58 में से 57 और दूसरे चरण की 55 सीटों में से 48 सीटों के लिए प्रत्याशी घोषित किए। पार्टी ने 21 विधायकों के टिकट काट दिए हैं।
योगी के गोरखपुर से चुनाव लड़ने की घोषणा होते ही पूर्व मुख्यमंत्री सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तंज कसा-उन्हें जनता गोरखपुर मठ भेजनेवाली थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें पहले ही लखनऊ से गोरखपुर भेज दिया। सोशल मीडिया पर योगी को गोरखपुर भेजने पर लोग खूब कमेंट कर रहे हैं। अब स्पष्ट है कि यूपी विधानसभा चुनाव की केंद्रीय कमान मोदी-शाह के हाथ में होगी। प्रत्याशियों के चयन में भी योगी की नहीं चली। कई योगी समर्थकों को टिकट नहीं मिला। नामों की घोषणा भी लखनऊ में नहीं, दिल्ली में की गई और उसमें योगी कहीं नहीं थे। योगी को मोदी ने उनकी जगह दिखा दी है।
Unnao का भूत : सपा के फैसले से भर चुनाव परेशान रहेगी भाजपा