नड्डा पटना पहुंचे, जाति सर्वे पर चुप रहे, परिवारवाद पर बरसे
नड्डा पटना पहुंचे, जाति सर्वे पर चुप रहे, परिवारवाद पर बरसे। भाजपा अध्यक्ष तुष्टीकरण, परिवारवाद पर खूब बोले। जानिए जाति गणना का कैसे दिखा असर…।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरुवार को पटना पहुंचे। वे बिहार में भाजपा के संस्थापक कैलाशपति मिश्रा के जन्म शताब्दी समारोह में शामिल हुए। समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने भाजपा के पुराने एजेंडे पर जोर दिया। इंडिया गठबंधन पर तुष्टीकरण, परिवारवाद और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। कहा कि क्षेत्रीय पार्टियों की कोई जरूरत नहीं है। इन्हें खत्म हो जाना चाहिए। वे कई विषयों पर बोले, लेकिन बिहार में जिस मुद्दे पर सर्वाधिक चर्चा है यानी जाति सर्वे पर चुप ही रहे। हालांकि उनके भाषण में जाति सर्वे का असर साफ दिखा। वे सफाई देते दिखे कि केंद्र सरकार में 27 ओबीसी मंत्री हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने क्षेत्रीय दलों को समाप्त करने की जरूरत बताई। कहा कि पहले ये क्षेत्रीय पार्टी बनते हैं और फिर परिवार की पार्टी बन जाते हैं। लेकिन भारत का प्रजातंत्र परिवारवाद को कभी भी प्रश्रय नहीं देगा, विचारधारा को प्रश्रय देगा, इसलिए परिवारवाद पार्टियों का समाप्त होना जरूरी है।
इंडिया गठबंधन पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि यह गठबंधन तीन आधार पर खड़ा है। तुष्टीकरण, परिवारवाद और भ्रष्टाचार। बिहार की सरकार लूट, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण में मस्त है। भाई को भाई से लड़ाने में मस्त है। अब ऐसी सरकारों को गुडबाय कहने का समय आ गया है और भारतीय जनता पार्टी को लाने का समय आ गया है।
केंद्र की योजनाओं के बारे में जानकारी दी और कहा कि प्रधानमंत्री @narendramodi ने किसान सम्मान निधि, नल से जल, शौचालय आदि मूलभूत सुविधाएं देने का काम किया। लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के आरक्षण के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम लाने का काम किया। ओबीसी को संवैधानिक दर्जा देने का काम नरेन्द्र मोदी जी ने किया। इस तरह मोदी सरकार ने किसान, महिला, युवा, दलित, पीड़ित, शोषित, आदिवासी सबको सम्मान देने का काम किया।
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