नफरत फैला रहे 3 ग्रंथ : मंत्री, ‘संत’ ने जुबान काटने की दी धमकी
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान पर हंगामा। कहा, रामचरितमानस के कुछ अंश, मनु स्मृति व संघ की बंच ऑफ थॉट नफरते फैला रहे। जुबान काटने 10 करोड़।
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि रामचरितमानस के कुछ अंश, मनु स्मृति और संघ की पुस्तक बंच ऑफ थॉट देश में नफरत फैलाने वाले ग्रंथ हैं। उनके इस बयान के बाद अयोध्या केे एक आचार्य ने धमकी देते हुए कहा कि मंत्री की जुबान काटनेवाले को 10 करोड़ देंगे। भाजपा और उसके सहयोगी दल भी मंत्री के बयान का विरोध कर रहे हैं।
मालूम हो कि नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि मनु स्मृति को बाबा साहब आंबेडकर ने जलाया था। उन्होंने इस पुस्तक को नफरत और भेदभाव फैलाने वाला बताया था। बंच ऑफ थॉट्स (Bunch of Thoughts) आरएसएस के गुरु गोलवरकर द्वारा लिखी पुस्तक है, जो हमेशा से विवादों में रही है। पुस्तक वर्णाश्रम व्यवस्था का समर्थन करती है। ब्राह्मणों को श्रेष्ठ बताती है। वहीं मंत्री ने रामचरितमानस के कुछ अंशों को स्त्री विरोधी, दलित विरोधी और ऊंच नीच बढ़ानेवाला बताया है।रामचरितमानस के उत्तर कांड में लिखा है कि नीच जाति के लोग शिक्षा ग्रहण करने के बाद सांप की तरह जहरीले हो जाते हैं।
मंत्री ने कहा कोई देश राष्ट्र प्रेम और स्नेह से महान बनता है। रामचरितमानस, मनुस्मृति और बंच ऑफ थॉट्स जैसी किताबों ने नफरत और सामाजिक विभाजन के बीज बोए। इसी का परिणाम है कि बाबा साहेब व अन्य लोगों ने मनुस्मृति जलाई। इसके कुछ अंश को दलितों, पिछड़ों और महिलाओं की शिक्षा के खिलाफ बताया। ढोल गंवार शूद्र पशु और नारी सब ताड़ना के अधिकारी…। संत के जुबान काटने की धमकी पर मंत्री ने कहा कि गोली मरवा दो, फिर भी अपने बयान से पीछे नहीं हटूंगा।
इधर भाजपा और उसके सहयोगी दल आगबबूला हैं। विपक्ष के नेता विजय सिन्हा ने कहा कि मंत्री को बरखास्त किया जाए। ऐसे बयान पर तीन साल की सजा का प्रावधान है। लोजपा के चिराग पासवान ने भी मंत्री के बयान का विरोध किया है।
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