NEET पेपरलीक तथा धांधली के खिलाफ कांग्रेस ने शुक्रवार को देशभर में सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान दिल्ली विवि में योग करने पहुंचे थे, लेकिन वहां छात्रों के भारी विरोध के कारण उन्हें लौट जाना पड़ा। मंत्री को छात्रों ने काले झंडे भी दिखाए।
नीट पेपरलीक तथा धंधली के खिलाफ आज दिल्ली, कोलकाता, पटना, लखनऊ समेत हर प्रदेश की राजधानी में कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया। पटना में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आयकर चौराहे के पास प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार, पेपर लीक सरकार बन चुकी है। ये सरकार हर मोड़ पर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है, उनकी मेहनत का मजाक उड़ा रही है। अन्याय के खिलाफ इस लड़ाई में हम युवाओं के साथ हैं। हम उन्हें न्याय दिलाकर ही रहेंगे।
रांची में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने किया। बाद में सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश के होनहार छात्रों का भविष्य अंधेरे में धकेल रही है। उनके सपनों को रौंद रही है। छात्रों को हर कीमत पर न्याय मिलना ही चाहिए। इसलिए उनकी मांगें मानी जाए और पेपर लीक स्कैम की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच हो।
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मेधा पाटकर के समर्थन में सड़क पर उतरे पटना के लोग
कांग्रेस महासचिव और सांसद जयराम रमेश ने कहा कि जब धर्मेंद्र प्रधान दिल्ली यूनिवर्सिटी गए तो छात्रों ने उन्हें योग नहीं करने दिया और काले झंडे दिखाए। जिस तरह से परीक्षाओं में घोटाले हुए हैं, उसे लेकर छात्रों में बहुत नाराजगी है। घोटाले के तीन बड़े मुख्य केंद्र- उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात, तीनों BJP शासित राज्य हैं। प्रधानमंत्री इससे भाग नहीं सकते हैं। PM मोदी परीक्षा पर चर्चा करते रहते हैं, पर पेपर लीक पर कुछ नहीं बोलते हैं। वहीं 4 साल पहले PM मोदी केंद्र सरकार की संस्थाओं में भर्ती के लिए नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी लाए थे। NRA को बजट में 1600 करोड़ रुपए दिए गए, लेकिन आज तक NRA ने एक भी परीक्षा नहीं करवाई। ये सब हेड लाइन के लिए किया जाता है।