नया ट्रेंड : जनता का गुस्सा भाजपा के दरवाजे पहुंचा, लाठीचार्ज
जनता का गुस्सा आज नए तेवर में दिखा। पहली बार हजारों की संख्या में प्रदेश के वार्ड सचिव भाजपा कार्यालय के सामने जाम लगा कर बैठ गए। पुलिस ने किया लाठीचार्ज।
बिहार सरकार ने आंदोलनों को अनुशासित करने के नाम पर उनके लिए गर्दनीबाग में जगह निश्चित कर दी है। वहां विभिन्न संगठन धरना प्रदर्शन करते रहते हैं, लेकिन सरकार कभी उनकी तरफ देखती भी नहीं। इसी का नतीजा है कि महीनों से आंदोलन कर रहे राज्य के वार्ड सचिव आज पटना के वीरचंद पटेल स्थित भाजपा के राज्य कार्यालय के सामने आकर जम गए। पहले भी सत्तारूढ़ दलों के दफ्तर के सामने प्रदर्शन हुए हैं, लेकिन वे सिंबोलिक ज्यादा रहे हैं। 25-50 कार्यकर्ताओं ने पार्टी दफ्तर के सामने नारे लगाए और बात खत्म। लेकिन आज वार्ड सचिवों का धरना-प्रदर्शन सिंबोलिक नहीं था।
पटना- वार्ड सचिव का BJP कार्यालय पर हंगामा प्रदर्शन
— Kashish News Bihar (@KashishBihar) December 27, 2021
अपनी मांगों को लेकर कई दिनों से कर रहे थे प्रदर्शन
मौके पर पहुंची पुलिस, कोतवाली थाना क्षेत्र का मामला pic.twitter.com/kj49T0JMQs
वार्ड सचिवों को भाजपा दफ्तर के सामने हजारों की संख्या में प्रदर्शन के लिए इसलिए आना पड़ा क्योंकि उनकी आवाज सत्ता के गलियारों तक नहीं पहुंच पा रही थी। जब सत्ता तक आवाज ही नहीं पहुंचेगी, तो मांगों पर विचार कैसे होगा? शायद इसीलिए आज हजारों की संख्या में वार्ड सचिव भाजपा कार्यालय के सामने आकर जम गए।
यहां उनसे बात करने कोई सरकारी प्रतिनिधि तो नहीं आया, पर आई पुलिस। पुलिस ने वार्ड सचिवों पर डंडे बरसाए। स्वाभाविक है प्रदर्शनकारियों को हटना पड़ा। एक वीडियो भी वायरल है, जिसमें पुलिस एक व्यक्ति को बांस से पीट रही है। लगता है, डंडे कम पड़ गए होंगे। सड़क पर पानी फैला है। सर्दी में सड़क पर पानी का अर्थ है कि प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार की गई।
ये दृश्य पटना में भाजपा दफ़्तर के बाहर का हैं जहां सुबह से पंचायत वार्ड सचिव अपनी सेवा निरस्त किये जाने के विरोध में जमा थे और अब लाठी चार्ज और अश्रु गैस के गोले पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए इस्तेमाल किया @ndtvindia pic.twitter.com/MuSqli204V
— manish (@manishndtv) December 27, 2021
पूरी सरकार शराबबंदी और दहेज उन्मूलन में लगी है। छात्रों, किसानों और अन्य की आवाज कौन सुने। आज कई इलाकों में खाद के लिए सड़क जाम की भी खबरें आई हैं। बिहार में सरकार जब जनता के दुख-दर्द को अनसुनी करेगी, तो यहां का आंदोलन भी इसी तरह आगे बढ़ेगा। पंजाब में किसानों ने भाजपा नेताओं के घरों के सामने महीनों धरना दिया था। अब बिहार में वार्ड सचिव भाजपा दफ्तर पहुंचे। अगर यह ट्रेंड बन गया, तो भाजपा-जदयू की परेशानी बढ़ेगी।
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