न्यूज18 की बेशर्मी, भाजपाइयों संग मिल कर नीतीश को तोड़ने की उड़ाई अफवाह
न्यूज18 की बेशर्मी, भाजपाइयों संग मिल कर नीतीश को तोड़ने की उड़ाई अफवाह। लालू और नीतीश की मुलाकात को लेकर गढ़ दी फर्जी खबर। पकड़ा गया झूठ।
इर्शादुल हक, संपादक, नौकरशाही डॉट कॉम
न्यूज18 की बेशर्मी आज फिर दिखी। पिछले एक साल से नीतीश कुमार के पलटने की खबर बार-बार झूठ साबित हुई, लेकिन वह बाज नहीं आ रहा। इस चैनल ने शुक्रवार को एक बार फिर से फर्जी खबर गढ़ दी। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री से मिलने उनके आवास पहुंचे। बस इतनी ही जानकारी को न्यूज18 ने तूल देकर इंडिया गठबंधन के टूटने, नीतीश कुमार के महागठबंधन से अलग होकर एनडीए में शामिल होने की खबर बना दी। इस बीच तेजस्वी यादव ने न्यूज18 की खबर का विरोध करते हुए कहा कि राजद और जदयू में पूरी एकजुटता है। हम मिल कर चुनाव लड़ रहे हैं और केंद्र से भाजपा की सरकार की विदाई तय है।
न्यूज 18 की खबर में देखा जा सकता है कि मुख्यमंत्री आवास से रिपोर्ट कर रहे रिपोर्टर ने कहा कि लालू प्रसाद जब नीतीश से मिलने जा रहे थे, तब सामान्य लग रहे थे, लेकिन लौटते समय वे खुश नजर आ रहे थे। उसकी बात पूरी होने से पहले ही एंकर ने बात काटते हुए दूसरी तरफ मोड़ दिया। इस मुलाकात को अचानक हुई मुलाकात बता कर सनसनी पैदा करने की कोशिश की। जबकि नौकरशाही डॉट कॉम को जानकारी मिली है कि शुक्रवार को तेजस्वी यादव को बोधगया में बौद्ध महोत्सव का उद्घाटन करना था। गुरुवार की शाम को ही तेजस्वी यादव के इस कार्यक्रम में बदलाव किया गया। उनकी जगह आईटी मिनिस्टर के बोधगया जाने का कार्यक्रम बन गया। इससे स्पष्ट है कि लालू प्रसाद के साथ तेजस्वी यादव की नीतीश कुमार के साथ मुलाकात कल ही तय हो गई थी। इसीलिए इस मुलाकात को कतई अचानक हुई मुलाकात नहीं कहा जा सकता।
दरअसल हर बार की तरह इस बार भी पूरी पटकथा भाजपा दफ्तर में लिखी गई। वहीं से ऐसी खबरें उड़ाई गईं कि लालू और नीतीश में अचानक मुलाकात हो रही है कि बिहार में कुछ बड़ा बदलाव होने वाला है। और यहां तक खबर उड़ाई गई कि भाजपा ने अपने सारे विधायकों को पटना में रहने का आदेश दिया है। खबर यह भी उड़ाई गई कि जदयू ने भी अपने सारे विधायकों को पटना में रहने का आदेश दिया है। जबकि वास्तविकता यह है कि ऐसा कोई आदेश दिया ही नहीं गया। आदेश की खबर केवल मीडिया में चलती रही।
न्यूज18 ने फर्जी 15 जनवरी को भी फर्जी खबर चलाई थी। लालू के दही-चूड़ा भोज में नीतीश कुमार पहुंचे। हंसे बोले, दही चूड़ा भी खाया। उस दिन भी इस चैनल ने अफवाह उड़ाई की नीतीश कुमार केवल 10 मिनट ही रुके। लालू यादव ने दही का टीका नहीं लगाया। इससे साफ है कि राजद और जदयू के संबंधों में खटास आ गई है। इस चैनल का एक ही काम है महागठबंधन सरकार के प्रति अविश्वास पैदा करना, नीतीश कुमार की प्रतिष्ठा कम करना और भाजपा के लिए माहौल बनाना।
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