सीतारमण का बजट का शेयर बाजार पर खतरनाक असर, भरभरा कर गिरे बाजार
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट को जहां विपक्ष ने गरीब विरोधी बताया वहीं देश के कारोबारी घरानों में भारी मायूसी दिखी और नतीजतन शेयर बाजार भरभरा कर गिरा.
शनिवार को आम तौर पर शेयर बाजार बंद रहता है लेकिन बजट पेश किये जाने के कारण शेयर बाजार आज खुले लेकिन वित्त मंत्री के बजट से भारी नाउम्मीदी का सीधा प्रभाव शेयर बाजार पर पड़ा और सेंसेक्स एक हजार प्वाइंट नीचे जा गिरा. इसी तरह निफ्टी 300 से ज्यादा अंको के साथ बंद हुआ.
क्यों गिरा बाजार
शेयर बाजार के विषज्ञों का मानना है कि बजट से कार्पोरेट कम्पनियों ने ज्यादा उम्मीदें लगा रखी थीं और उन्हें उम्मीद थी कि बजट में अर्थव्यवस्था को सुधारने के कदम उठाये जायेंगे. लेकिन ऐसा कुछ न होने के कारण शेयर बाजार पर बुरा असर पड़ा.
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बजट की वजह से शेयर बाजार में शनिवार होने के बावजूद ट्रेडिंग हुई। सेंसेक्स 987.96 अंक की गिरावट के साथ 39,735.53 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 300.25 अंक नीचे 11661.85 पर बंद हुआ। शुक्रवार को सेंसेक्स 40,723.49 और निफ्टी 11,962.10 पर बंद हुआ था। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 279 पॉइंट की गिरावट के बाद संभला था। यह 182 अंक की बढ़त के साथ 40,905.78 तक पहुंचा। इसी तरह निफ्टी में भी 55 अंकों की बढ़त देखी गई। यह 12,017.35 के उच्च स्तर पर पहुंचा।
बजार से जुड़े लोगों की अपील पर ट्रेडिंग का फैसला
बजट के दिन सेक्टर विशेष के लिए जो घोषणाएं होती हैं उनका सेक्टर विशेष की कंपनियों के शेयरों पर असर पड़ता है। मोदी सरकार के पिछले 6 पूर्ण बजटों की बात करें तो बजट के दिन 4 बार शेयर बाजार नुकसान में रहा। पिछले साल 5 जुलाई को बजट पेश किया गया था। उस दिन सेंसेक्स 1% और निफ्टी 1.14% नुकसान में रहा था। पिछले बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सुपर रिच पर सरचार्ज बढ़ाने का ऐलान किया था। विदेशी निवेशकों को भी इसके दायरे में माना गया। इससे बाजार में गिरावट बढ़ गई थी। हालांकि, सरकार ने कुछ दिनों बाद सरचार्ज बढ़ोतरी का फैसला वापस ले लिया था।