नीतीश कार से, तो तेजस्वी नाव से पहुंचे बाढ़पीड़ितों के बीच
बार-बार हेलीकाप्टर से बाढ़ का मुआयना करने के कारण आलोचना के शिकार नीतीश कल कार से बाढ़पीड़ितों के बीच पहुंचे, तो आज नाव से पहुंचे तेजस्वी।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बार-बार हेलीकाप्टर से बाढ़ का मुआयना करते रहे हैं। विपक्ष उन्हें जमीन पर उतर कर लोगों का दर्द जानने की चुनौती देता रहा है। इसके बाद कल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कार से छपरा और आस-पास के इलाके के लोगों से मिलने पहुंचे। हालांकि वे वहीं तक गए, जहां तक उनका कारों का काफिला जा सकता था। वहीं आज विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव नाव से बाढ़पीड़ितों से मिलने निकले।
तेजस्वी यादव नाव से मिलने इसलिए भी निकले, क्योंकि जो आबादी चारों तरफ से बाढ़ के पानी से घिरी है और जहां सड़क से जाना असंभव है, उनके बीच कोई नेता अमूमन नहीं पहुंचता। अधिकारी भी वहीं तक जाते हैं, जहां तक सड़क से जाया जा सकता है। ऐसे में तेजस्वी ने नाव के जरिये उन लोगों का दर्द जाना, जिनके पास हाल जानने के लिए कोई नहीं पहुंचता।
राजद ने थोड़ी देर पहले ट्वीट करके बताया-बाढ़ की विभीषिका से आधा से ज्यादा बिहार त्रस्त है पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बस पटना में ही दौरा करने का ढोंग कर के मस्त हैं! उनका दौरा बस हेलीकॉप्टर, कार, कैमरे और अफसरों तक ही सीमित रह जाता है! उन्हें @yadavtejashwi जी से कुछ सीखना चाहिए जो सीधे पीड़ितों से मिल उनकी व्यथा सुनते हैं!
तेजस्वी यादव इससे पहले भी नाव से बाढ़पीड़ितों से मिलने जा चुके हैं। सोशल मीडिया पर जैसे ही यह जानकारी राजद ने दी, यूजर्स तेजस्वी यादव की सराहना कर रहे हैं। अभिषेक कुमार यादव ने लिखा-एक विपक्ष के नेता @yadavtejashwi जी है जो बाढ़ पीड़ितों का हाल-चाल लेने के लिए नाव पर सवार है, दूसरी ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी है जो कहीं गंगा किनारे पानी में मुँह डूबाये बैठे होंगे।
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